विशाखापत्तनम। टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज की भूमिका का शानदार आगाज करते हुए रोहित शर्मा ने शतक जड़ा जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के वर्षा से प्रभावित पहले दिन बुधवार को यहां बिना विकेट खोए 202 रन बनाकर बेहतरीन शुरुआत की।
चाय के विश्राम के दौरान तेज बारिश शुरू हो गई जिसके बाद तीसरे सत्र में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। अंपायरों ने तीन बजकर 30 मिनट पर दिन का आगे का खेल रद्द करने का फैसला किया। मैच से पूर्व बुधवार को बारिश की 80 प्रतिशत संभावना जताई गई थी लेकिन चाय के विराम से पहले बारिश नहीं आई जिससे दिन में 59.1 ओवर का खेल हुआ।
पहले सत्र में कुछ मौकों पर दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने में सफल रहे लेकिन एक बार लय में लाने के बाद रोहित (174 गेंद में नाबाद 115) और मयंक अग्रवाल (183 गेंद में नाबाद 84) ने तेजी से रन बटोरे। यह शतक संभवत: रोहित शर्मा के टेस्ट करियर को नई दिशा दे सकता है क्योंकि शुरुआत से ही उन्हें खेल के लंबे प्रारूप में मध्यक्रम में जगह बनाने के लिए जूझना पड़ा है।
लंच से पहले अर्धशतक पूरा करने वाले रोहित ने स्पिनरों को विशेष रूप से निशाना बनाया। वह अपनी पारी में अब तक पांच छक्के और 12 चौके जड़ चुके हैं। अग्रवाल ने अब तक अपनी पारी में 11 चौके और दो छक्के मारे हैं। रोहित ने आफ स्पिनर डेन पीट पर लगातार दो छक्कों के साथ अपना स्कोर 90 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने पदार्पण कर रहे स्पिनर सेनुरान मुथुस्वामी पर एक रन के साथ 154 गेंद में अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया।
अग्रवाल भी अपने पहले टेस्ट शतक की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने दूसरे सत्र में स्पिनर केशव महाराज पर एक्स्ट्रा कवर पर छक्के के साथ अर्धशतक पूरा किया। दूसरे सत्र के अंतिम लम्हों में हालांकि आसमान में बादल छाने से खराब रोशनी के कारण चाय का विश्राम निर्धारित समय से आठ मिनट पहले लेना पड़ा।
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों का सतर्कता से सामना करने के बाद रोहित और अग्रवाल सुबह के सत्र में 30 ओवर के खेल के दौरान क्रीज पर सहज दिखे। दक्षिण अफ्रीका ने पिच से टर्न मिलने की उम्मीद के साथ महाराज, डेन पीट और पदार्पण कर रहे मुथुस्वामी के रूप में टीम में तीन स्पिनरों को जगह दी।
मुथुस्वामी बल्लेबाजी आलराउंडर हैं। सभी की नजरें रोहित पर थी जिन्हें टीम प्रबंधन ने टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने का फैसला किया। रोहित ने तेज गेंदबाज कागिसो रबादा की अपनी दूसरी ही गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट पर चार रन के लिए भेजा लेकिन उनका यह शाट विश्वसनीय नहीं था।
रोहित ने इसके बाद वर्नन फिलेंडर पर भी चौका मारा। पिच से पहले दो घंटे में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली जिसका रोहित और अग्रवाल ने पूरा फायदा उठाया। फिलेंडर ने कुछ मौकों पर भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया लेकिन अधिक गति से गेंदबाजी करने वाले रबादा ने निराश किया।
पहले घंटे में रोहित और फिलेंडर के बीच संघर्ष दर्शनीय रहा। अभ्यास मैच में रोहित को दूसरी ही गेंद पर आउट करने वाले फिलेंडर ने चार ओवर के शुरुआती स्पैल में गेंद को दोनों ओर मूव कराके इस सलामी बल्लेबाज को चुनौती दी। कुछ मौके पर चूकने के बाद रोहित ने फिलेंडर को आगे बढ़कर खेलने का फैसला किया जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने विकेटकीपर क्विंटन डिकाक को स्टंप के पास खड़े होने को कहा।
भारत ने पहले 15 ओवर में बिना विकेट खोए 37 रन बनाए। पिच से सामंजस्य बैठाने के बाद रोहित ने आकर्षक शाट खेले। उन्होंने महाराज की गेंद पर आगे बढ़कर लांग आन पर सीधा छक्का जड़ा और फिर पीट की गेंद पर भी इस शाट को दोहराया। रोहित ने मुथुस्वामी पर चौके के साथ 84 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उनका स्वीप शाट हालांकि विश्वसनीय नहीं था लेकिन वह भाग्यशाली रहे कि क्षेत्ररक्षक कैच लेने के लिए गेंद तक नहीं पहुंच सका।