नई दिल्ली: कहते हैं कि क्रिकेट के खेल में किसी क्रिकेटर की असली परीक्षा टेस्ट मैच में ही होती है. ऐसे कई क्रिकेटर हैं और रहे हैं जिन्होंने वनडे और टी-20 में तो धूम मचाई लेकिन टेस्ट में फिसड्डी साबित हुए हैं. बहरहाल, आज कैप टाउन में साउथ अफ़्रीका के साथ तीन मैचों की सिरीज़ का पहला टेस्ट शुरु हो रहा है. कंडीशन्स वो नहीं हैं जिनका इंडिया आदी है लेकिन उसका सारा दारोमदार तकनीक और उम्मीदों पर टिका है. टीम इंडिया की सफलता को लेकर सबसे बड़े संशय की वजह ये है कि उसने साउथ अफ्रीका की ज़मीन पर 25 सालों से कोई सिरीज़ नहीं जीती है. साउथ अफ्रीका में इंडिया का सबसे बेहतर प्रदर्शन 2010-11 में रहा, जब वह सीरीज को 1-1 से ड्रॉ कराने में सफल रहा थी. लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं क्योंकि विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया विजय रथ पर सवार है. अगर होम कंडीशन्स मेज़बान के पक्ष में है तो ये 5 बातें हैं जो मेहमान के पक्ष में जाती हैं और जिनकी दम पर टीम इंडिया इतिहास बदल सकती है. (भारत बनाम दक्षिण अफ़्रीका टेस्ट सिरीज़ की स्पेशल कवरेज देखने के लिए क्लिक करें)
1. कोहली का विराट प्रदर्शन: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली कमाल के फ़ार्म में चल रहे हैं और उनकी कप्तानी में बाक़ी खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. कोहली की सबसे अच्छी बात ये है कि एक बार जब वह टिक जाते हैं तो लंबी पारी खेलते हैं और विरोधी टीम के लिए ख़ौफ़ बन जाते हैं. क्रीज़ पर कुछ समय बिताने के बाद कोहली के सामने कोई भी बॉलर एक औसत बॉलर दिखने लगता है. कोहली की कप्तानी की भी सराहना हो रही है और वह अपने गेंदबाज़ों को चालाकी से इस्तेमाल करते हैं.
2. 85 सालो में अब तक का सबसे बेहतर बॉलिंग अटैक: भुवनेश्वर, उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह के रुप में टीम इंडिया के पास बेहतरीन पेस अटैक है. ये तीनों न सिर्फ़ तेंज़ गेंदबाज़ी करते हैं बल्कि स्विंग तक कराने में महारत रखते हैं. देखा जाए तो पिछले 85 सालों में यह कॉम्बिनेशन हर मामले में अब तक का बेस्ट बोलिंग अटैक है.
3. कोहली के अलावा भी ये बल्लेबाज़ों भी हैं क्वालिटी के: कोहली टीम इंडिया बल्लेबाज़ी की धुरी ज़रुर हैं लेकिन मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का भी रिकॉर्ड विदेशी पिचों पर काफी आकर्षक है। वनडे के हिटमैन रोहित शर्मा भी ज़ोरदार फॉर्म में हैं. देखा जाए तो पहली बार साउथ अफ्रीका में इतनी सशक्तई भारतीय बल्लेबाज़ लाइन अप उतरी है और इसीलिए टीम पहले की टीम से हटकर नज़र आती है.
4. गेंदबाज़ी में है विविधता: टीम इंडिया के पास ख़तरनाक पेस बैटरी के अलावा आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में दो इंटरनैशनल स्पिनर भी हैं जो किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं. ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और ऋद्धिमान साहा की वजह से इंडिया दो अतिरिक्त बल्लेबाज़ उतार सकती है.
5. द. अफ्रीका इसलिए होगा परेशान: वहीं, साउथ अफ्रीका के पास अपनी परेशानी भी है। जहां टीम में एबी डिविलियर्स की वापसी हुई है तो इंजरी से लौटे डेल स्टेन फॉर्म में नहीं हैं। इस लिहाज से फॉर्म में चल रही भारतीय टीम का पलड़ा भारी दिख रहा है।