केप टाउन: तीसरे वनडे में सबकी उम्मीदें थीं कि कोहली एंड कंपनी ये मैच जीतकर कम से कम साउथ अफ़्रीका में 25 साल बाद सिरीज़ न हारने का रिकॉर्ड बना लेगा लेकिन पहले ही ओवर में उसे तब झटका लगा जब कगिसों रबाडा ने रोहित शर्मा को खाता बी नहीं केलने दिया और ओवर की अंतिम गेंद पर विकेट के पीछे कैच करवा दिया. तब इंडिया का स्कोर भी 0 था.
रोहित के बाद कप्तान विराट कोहली बैटिंग करने आए. कोहली जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं लेकिन फ़ैंस की सांसें तब अटक गईं जब कोहली भी बिना खाता खोले तीसरे ओवर की तीसरी बॉल पर रबाडा की बॉल पर lbw हो गए. कोहली ने रबाडा की बॉल को लेग साइड पर खेलने की कोशिश की लेकिन बॉल उनके दाहिने पैड पर लगी. ज़ोरदार अपील हुई और अंपायर इयान गोल्ड ने बेझिझक आउट क़रार दिया. कोहली सदमें में थे क्योंकि उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा ता कि वह आउट हो गए हैं.
दिलचस्प बात ये है कि कोहली ने फ़ौरन धवन से पूछा कि क्या वह स्टंप के सामने थे, धवन दुविधा में थे और इस बीच कोहली ने DRS मांग लिया. रिप्ले में दिखा कि बॉल ने बैट का किनारा लिया था. थर्ड अंपायर ने फ़ील्ड अंपायर को अपना फ़ैसला बदलने को कहा. अंपायर को हैरानी हो रही थी क्योंकि उन्हें पक्का पता था कि बैट ने बैट का किनारा नहीं लिया था लेकिन उन्होंने हंसते हुए अपना फ़ैसला बदल दिया.
अब मुद्दे की बात ये है कि अगर बॉल ने बैट का किनारा लिया था तो कोहली को धवन से पूछने की क्या ज़रुरत थी. कोई भी बल्लेबाज़ हो उसे ये तो पता चल ही जाता है कि बॉल बैट को छूकर गई है या नही. फिर कोहली ने DRS क्यों लिया....क्या कोहली रबाडा की नो बॉल के भरोसे थे.....? इसका जवाब तो सिर्फ़ कोहली ही दे सकते हैं. बहरहाल कोहली ने एक जुआं खेला और पासा सही पड़ गया.