पिछले एक साल में साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के दौरे करने के बाद आख़िरकार टीम इंडिया के लिए घरेलू टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने का सबसे बड़ा चैलेंज सामने आ गया है। ऐसे में विदेशी पिचों पर भारतीय बल्लेबाजों ने तेज गेंदबाजी को शानदार तरीके से खेला मगर आगामी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में साउथ अफ्रीका के स्पिन गेंदबाजों से भारत को सावधान रहना होगा।
जी हाँ, तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच आंध्र प्रदेश के वाईजैग में खेला जाएगा। जिसमें कप्तान विराट कोहली के पास तीज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह उपलब्ध नहीं है। ऐसे में एशियाई प्रायद्वीप की स्पिन पिचों पर आर. अश्विन और रवीन्द्र जडेजा की स्पिन जोड़ी पर कप्तान कोहली काफी निर्भर होंगे। इतना ही नहीं बल्लेबाजी के दौरान भी कोहली एंड कंपनी को साउथ अफ्रीका के इन दो स्पिनर्स से सावधान रहना होगा क्योंकि भारतीय बल्लेबाजों का ऑफ स्पिन के खिलाफ पिछले कुछ सीरीज में अच्छा रिकार्ड नहीं रहा है।
साउथ अफ्रीका की तरफ से खतरनाक स्पिन गेंदबाज केशव महाराज पहले टेस्ट मैच में मैदान में उतरने को तैयार हैं। लेफ्ट आर्म केशव ने अपनी लहराती गेंदों से 25 टेस्ट मैचों में 94 विकेट लिए हैं। ऐसे में केशव एशियाई पिचों का फायदा उठाते हुए अपनी गेंदबाजी पर भारतीय बल्लेबाजों को नचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इतना ही नहीं अगर वाईजैग की पिच स्पिन गेंदबाजी के ज्यादा अनुकूल रही तो केशव महाराज के साथ साउथ अफ्रीका के ऑफ स्पिनर डेन पाईट उनका साथ इभाते नजर आएंगे। उनके नाम 110 प्रथम श्रेणी मैचों में 398 विकेट हैं। इस तरह भारतीय बल्लेबाजों सहित कप्तान विराट कोहली एशियाई पिचों पर तेज गेंदबाजों से कम बल्कि साउथ अफ्रीका की स्पिन जोड़ी पर काफी होम वर्क करके मैदान में उतरना होगा जिससे वो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंतर्गत घर में खेली जाने वाली टेस्ट ईरीज में जीत हासिल कर सके।
बता दें की सीरीज का पहला मैच 2 अक्टूबर से आंध्र प्रदेश के वाईजैग यानी विशाखापत्तनम में खेला जाएगा। जिसके लिए दोनों टीमों की तैयारियां जोरो पर हैं।