आईसीसी टी-20 विश्व कप के सुपर-12 राउंड में भारत को पाकिस्तान के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही टी-20 विश्व कप में चल रहे भारत के लगातार जीत का सिलसिला भी थम गया। यह पहली बार है जब भारतीय टीम को आईसीसी के किसी भी विश्व कप में पाकिस्तान के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।
ऐसे में आइए जानते हैं भारत-पाकिस्तान के बीच दुबई में हुए आईसीसी टी-20 विश्व कप 2021 के मुकाबले में आखिरी ऐसा क्या हुआ की पाकिस्तानी टीम भारत से बेहतर साबित हुई।
आइए जानते हैं पाकिस्तान के खिलाफ भारत को मिली हार के कुछ प्रमुख कारण-
टॉस
इंडियन प्रीमियर लीग 2021 के यूएई चरण के दौरान ही देखा गया था कि पिच काफी स्लो खेल रहा है और ऐसे में यहां पर टॉस काफी निर्णायक साबित होता रहा था। ऐसा ही कुछ भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में भी हुआ।
पाकिस्तान की टीम ने इस मैच में टॉस भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था। जिस पिच पर भारत-पाक के बीच मुकाबला खेला गया था, उसी पिच पर एक दिन पहले इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें एक दूसरे से भिड़ चुकी थी। वेस्टइंडीज ने यहां पहले बल्लेबाजी किया था और महज 55 पर ऑलआउट हो गई थी।
ऐसे में पिच किसी भी तरह से पहली पारी में बल्लेबाजी के मुफीद नहीं थी। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। हालांकि टीम के कप्तान विराट कोहली की अर्द्धशतकीय पारी और ऋषभ पंत के महत्वपूर्ण योगदान ने भारत ने पाकिस्तान के सामने 152 रनों का चूनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था लेकिन दूसरी पारी में पिच का मिजाज बदला और गेंद बल्ले पर सही तरह से आने लगी। इसके साथ-साथ ओस के कारण गेंदबाजी में मुश्किल होती चली गई।
यही कारण है की पाकिस्तान की टीम दूसरी पारी में भारत से बेहतर कर गई।
प्लेइंग इलेवन
पाकिस्तान के खिलाफ भारत को मिली हार का एक दूसरा महत्वपूर्ण कारण प्लेइंग इलेवन का कॉम्बिनेशन भी माना जा रहा है। टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज बहुत जल्दी पवेलियन वापस लौट गए। हालांकि टॉप ऑर्डर बल्लेबाजी के लिए भारतीय टीम के पास विकल्प बहुत कम थे लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल निचले क्रम को लेकर आई।
खास तौर से गेंदबाजी में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। मैच में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और वरुण चक्रवर्ती को गेंदबाज के तौर पर शामिल किया था और इनमें से किसी को भी विकेट नहीं मिल पाया।
मैच से पहले वरुण चक्रवर्ती को लेकर काफी उम्मीदें थी लेकिन वह महंगे साबित हुए और वह अपना मिस्ट्री नहीं चला पाए। वरुण को जब प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था तो कई लोगों ने सवाल किया की उनकी जगह टीम में रविचंद्रन अश्विन को शामिल किया जाना चाहिए था। अश्विन को इंटरनेशनल क्रिकेट का अच्छा खासा अनुभव है। ऐसे में वह भारत के लिए कारगर साबित हो सकते थे।
इसके अलावा भुवनेश्वर की जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में शामिल किया जा सकता था जिनका आईपीएल में हालिया प्रदर्शन धमाकेदार रहा था।
वहीं हार्दिक पंड्या की जगह टीम में एक अतिरिक्त गेंदबाज की जगह बन सकती थी लेकिन टीम मैनेजमेंट बिना उनकी गेंदबाजी लगातार उन पर भरोसा जता रही है।
शाहीन अफरीदी का शानदार स्पेल
शाहीन अफरीदी टी-20 फॉर्मेट में दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं। बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज लगातार 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है। वहीं दूसरी तरफ जग जाहिर है की भारतीय ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजी का सामना करने में परेशानी होती है और ऐसा ही हुआ।
शाहीन अफरीदी ने पारी के पहले ही ओवर में रोहित को एलबीडबल्यू कर भारतीय खेमें में हड़कंप मचा दिया। उन्होंने अपने चार ओवर के स्पेल में 31 रन खर्च कर रोहित के अलावा केएल राहुल और विराट कोहली का भी विकेट निकाला।
बाबर-रिजवान की मजबूत बल्लेबाजी
पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान टी-20 में इस साल सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी और वह शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
भारत के खिलाफ इस अहम मुकाबले में भी इन दोनों बल्लेबाजों ऐसा ही कुछ किया। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के सामने इन दोनों ही खिलाड़ियों धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और टीम को 10 विकेट से जीत दिलाकर इतिहास रच दिया।
बाबर ने भारत के खिलाफ इस मुकाबले में 52 गेंद में 68 रनों की नाबाद पारी खेली। वहीं मोहम्मद रिजवान ने 55 गेंद में 79 रन बाए।