न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाज का फ्लॉप शो जारी रहा और दिन समाप्ति तक 90 रन पर अपने 7 विकेट गंवा दिए हैं। इससे पहले गेंदबाजों ने टीम को मैच में शानदार वापसी दिलाई लेकिन बल्लेबाज फायदा उठाने में नाकाम रहे। दूसरे दिन की समाप्ति के बाद तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह इसके लिए दोष नहीं मढ़ना चाहते हैं।
बुमराह और मोहम्मद शमी ने मिलकर सात विकेट चटकाए जिससे न्यूजीलैंड की टीम 235 रन पर सिमट गई लेकिन भारत ने भी इसके बाद दूसरी पारी में 90 रन तक छह विकेट गंवा दिए। भारत पर हार का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि उसकी बढ़त अभी सिर्फ 97 रन की है। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का बचाव करते हुए बुमराह ने कहा, ‘‘देखिए, हम किसी पर दोष नहीं मढ़ना चाहते। हमारी टीम संस्कृति में हम किसी पर दोष डालने की कोशिश नहीं करते। किसी दिन अगर गेंदबाजी इकाई के रूप में हम विकेट हासिल नहीं करते तो यह बल्लेबाजों को हक नहीं देता कि वे हमारे बारे में बात करें, क्या ऐसा नहीं है?’’
बुमराह ने कहा कि उन्हें ऋषभ पंत और हनुमा विहारी की क्षमताओं पर भरोसा है कि वे विरोधी टीम को तीसरे दिन मुश्किल में डाल सकते हैं। दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर विहारी पांच जबकि पंत एक रन बनाकर खेल रहे हैं।
न्यूजीलैंड की पहली पारी में 62 रन देकर तीन विकेट चटकाने वाले बुमराह ने कहा, ‘‘एक टीम के रूप में हम कड़ी टक्कर देना चाहते हैं और अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं लेकिन स्थिति सभी के सामने है। हमारे दो बल्लेबाज बचे हैं और हम कल भी पारी को लंबा खींचने का प्रयास करेंगे। हम प्रयास कर सकते हैं और कड़ी मेहनत कर सकते हैं और जितना अधिक हो उतने रन बना सकते हैं और फिर देखते हैं क्या होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक इकाई के रूप में हम एक दूसरे के काफी करीब हैं और हम कड़ी मेहनत करते हैं। हमने उम्मीद से अधिक विकेट गंवाए लेकिन हम किसी को दोष नहीं देते और एकजुट रहने की कोशिश करते हैं।’’ बुमराह को वनडे सीरीज और फिर पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें पता है कि वह अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं तब तक इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैं निजी प्रदर्शन पर ध्यान नहीं देता। आपका ध्यान प्रक्रिया को सही रखने पर होता है और आप अच्छी गेंदबाजी करने का प्रयास करते हो। आप दबाव बनाने की कोशिश करते हो। किसी दिन मुझे विकेट मिलते हैं तो किसी दिन किसी और को। मेरा ध्यान हमेशा इस पर रहता है कि मैं क्या कर सकता हूं।’’
बुमराह ने कहा कि उन्हें सिर्फ इस चीज का फर्क पड़ता है कि उनकी मानसिकता सही है या नहीं। हेगले ओवल की पिच से मिल रही मदद पर बुमराह ने कहा, ‘‘पहले दिन पिच में नमी थी और इसके कारण जब उन्होंने (न्यूजीलैंड ने)गेंदबाजी की तो कुछ निशान पड़ गए। दोनों टीमों को सीम मूवमेंट मिल रही थी और गेंदबाजों के पास मौका रहा और अगर आप सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी कर रहे हैं तो आप दबाव बना सकते हैं।’’
बुमराह को खुशी है कि वह और शमी लगातार मौके बनाने में सफल रहे जिससे टीम पहली पारी में सात रन की बढ़त हासिल करने में सफल रही।