छोड़ो बर्मिंघम की बातें... बर्मिंघम की बातें है पुरानी... अब लॉर्ड्स में लिखेंगे जीत की नई कहानी। काबिलियत तो पहले से ही है, अब कामयाब बनने की बारी है। क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में बर्मिंघम के बदले की तैयारी है। ये वो मैदान है जहां की यादें सुनहरी है, बेहद कीमती है। अब कैसे करेंगे अंग्रेजों पर तीखा वार। बताएंगे आपको लेकिन उससे पहले कुछ आकंड़े देखिए, जो हिंदुस्तान की जीत की उम्मीदें कई गुना बढ़ा रही है।
इंग्लैंड लॉर्ड्स में पिछले 10 में से 4 टेस्ट जीता, 4 मैच हारा, जबकि 2 मैच उसने ड्रॉ खेले। इंग्लैंड ने जुलाई 2011 के बाद लॉर्ड्स में किसी भी एशियाई टीम को नहीं हराया। जुलाई 2011 के बाद एशियाई टीम के खिलाफ इंग्लैंड ने 5 टेस्ट खेले, जिसमें 3 हारे और 2 ड्रॉ खेले।
बर्मिंघम में अपने रिकॉर्ड को लेकर इंग्लैंड खूब इतरा रहा था लेकिन अब लॉर्ड्स में हिंदुस्तान का पिछले मैच में रिकॉर्ड़ देख वो खौफजदा हो जाएगा। भारत ने जुलाई 2014 में इंग्लैंड को 95 रन से हराया था। ग्रीन टॉप विकेट पर खेले गए इस टेस्ट में अजिंक्य रहाणे ने शतक बनाया था। जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 6 और ईशांत शर्मा ने 7 विकेट लिए थे।
अनफिट भुवनेश्वर को छोड़ ईशांत और रहाणे इस बार की टीम का भी अहम हिस्सा हैं क्या पता इस बार किसका नाम लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर छप जाए। वैसे भी विराट की इस युवा टीम को पलटवार करना खूब आता है। गेंदबाज़ पिछले हर टेस्ट में 20 विकेट ले रहे हैं। बस जरूरत है, बल्लेबाज़ों को दम दिखाने का और दुनिया को ये बताने का ही हम काबिल भी है और कामयाब भी।