भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने माना की पिच धीमी और बल्लेबाजों की मदद होने के कारण गेंदबाजों को इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन संघर्ष करना पड़ा।
शमी ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद वर्चुअल वार्ता में कहा, "जब पिच धीमी होती है तो कौशल प्रभावित होता है। बाउंस नीचे होती है। जब पिच धीमी होनी शुरू होती है तो गेंद तेज और स्विंग होना बंद कर देती है।"
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उन्होंने कहा, "ऐसे मामले में आप ज्यादा सोच नहीं सकते। जब पिच धीमी हो तो आपको एक ही स्थान पर गेंद डालनी होती है।"
शमी ने कहा कि पहली पारी में बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन ने टीम को काफी ज्यादा चोट पहुंचाई है।
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तेज गेंदबाज ने कहा, "बल्लेबाजी करना अब आसान हो गया। अगर पिच धीमी नहीं होती तो नतीजा अलग होता। हमारे बल्लेबाजी भी जल्द ही आउट हो गए। लेकिन ऐसा लंबे समय बाद हुआ है। आपको दूसरी पारी के बारे में सोचना होगा और लंबे वक्त तक बल्लेबाजी करनी होगी।"