चेन्नई। जो रूट 5 फरवरी को एमए चिदंबरम स्टेडियम में उतरने के साथ 100 टेस्ट मैच खेलने वाले इंग्लैंड के 15वें क्रिकेटर बन जाएंगे। रूट को विराट कोहली (87), स्टीव स्मिथ (77) और केन विलियमसन (83) के साथ-साथ समकालीन क्रिकेट का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। इन सबमे हालांकि रूट आगे हैं क्योंकि वह अकेले 100 टेस्ट का आंकड़ा हासिल करेंगे।
अपने इन प्रतिद्वंद्वी समकालीन महान खिलाड़ियों की तुलना में अधिक टेस्ट खेलने के अलावा वह सबसे पहले 8,000 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, हालांकि अन्य तीन के विपरीत उनका औसत 50 से नीचे है।
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आगामी सीरीज में रूट इंग्लैंड की कुंजी होंगे। उन्होंने श्रीलंका में हालिया टेस्ट सीरीज में स्पिनरों के खिलाफ खेलने की शानदार क्षमता दिखाई और दो टेस्ट में 426 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक और एक 185 का स्कोर शामिल था।
इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट खेल चुके बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प ने कहा, यह एक बड़ी उपलब्धि है। आपको एक अच्छी भावना की आवश्यकता है। रूट का मनोबल ऊंचा है। आपको 100 टेस्ट खेलने के लिए चरित्र और लचीलापन, तकनीक दिखाना होता है। 100 टेस्ट खेलना कोई मजाक नहीं। वह हमेशा विनम्र बने रहे और हमेशा सीखने की ललक रखते हैं।"
रूट ने हालांकि हाल ही में कहा था कि वह खुद को कोहली, स्मिथ और विलियमसन के समान स्तर पर नहीं मानते हैं।
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रूट ने हाल ही में क्रिकइंफो से कहा था, आप इस खेल के तीन सबसे महान खिलाड़ियों को देख रहे हैं। वे तीन शानदार लोग हैं, जिन्हें खेलते देखना सुखद: अहसास होता है और इन जैसे खिलाड़ियों से आप रोज सीखते हैं। मुझे यकीन नहीं है कि मैं खुद को उनके समान कभी मान सकूंगा।"
हालांकि, अगर वह बड़े स्कोर को खेलते हैं और इंग्लैंड आगामी सीरीज ड्रॉ करा लेता हो तो फिर निश्चित तौर पर रूट की गिनती कोहली, स्मिथ और केन की श्रेणी में होने लगेगी।
इस सीरीज के लिहाज से रूट इंग्लैंड के लिए कितना अहम हैं, यह बात उनके साथी विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर अच्छी तरह जानते हैं।
बटलर ने शनिवार को हा, जो श्रीलंका में शानदार फॉर्म में थे। स्पिन गेंदबाजों को खेलने में उनका हमेशा से कोई सानी नहीं रहा है। स्वीप शॉट्स के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक हैं जो कि स्पिनरों को का सामना करने के लिए सबसे बड़ा हथियार है। जाहिर तौर पर डॉट बॉल रखना बहुत मुश्किल है। रूट के पास स्कोर करने के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। वह तेजी से स्कोर करते हैं और स्ट्राइक रोटेट करते हैं।"
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इस महीने की शुरूआत में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज ने उन्हें नया आत्मविश्वास दिया है क्योंकि श्रीलंका दौरे से पहले, उन्होंने 2019 में इंग्लिश समर की शुरूआत के बाद से 17 टेस्ट मैचों में सिर्फ एक शतक लगाया था।
पिछले तीन वर्षो में उन्होंने केवल 42 से अधिक औसत से रन बनाए हैं, जो उनके करियर औसत 49.39 से कम है। और अगर श्रीलंका के खिलाफ हालिया सीरीज को हटा दिया जाता है, तो अवधि में औसत (30 जनवरी, 2018 तक) 37.89 पर फिसल जाता है।
रूट को श्रीलंका दौरे में एक नई जीवनरेखा मिली है और वह मौजूदा दौरे पर शानदार फॉर्म को जारी रखने की उम्मीद करेंगे।