बर्मिघम: एशियाई क्रिकेट परिषद (एनएसीसी) ने भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पहले टेस्ट मैच के दौरान स्टेडियम में दर्शकों की संख्या में कमी के लिए टिकट की बढ़ी कीमतों को दोषी ठहराया। 'द गार्जियन' ने एनएसीसी के अध्यक्ष गुलफराज रियाज के हवाले से बताया, "यहां लॉर्डस, ओवल और ट्रेंट ब्रिज जितनी उपस्थिति देखने को मिलती लेकिन टिकट की कीमत पाकिस्तान के खिलाफ हुए पिछले टेस्ट मैचों की तुलना में काफी ज्यादा हैं शायद इसलिए एशियाई समुदाय के ज्यादा लोग मैच देखने नहीं पहुंचे।"
रियाज ने कहा, "मैं समझता हूं कि टिकट की कीमत पाकिस्तान के खिलाफ हुए पिछले टेस्ट मैचों से दोगुनी है। दोनों समुदायों में से भारतीय क्रिकेट समुदाय थोड़ी अधिक समृद्ध है और शायद उन्हें लक्षित किया गया था।"
पहले टेस्ट के पहले दिल बुधवार को 25,000 क्षमता वाले स्टेडियम में कुल 18,159 दर्शक थे। इसके कारण आयोजकों को पहले दिन चाय सत्र के बाद टिकट के दामों को कम करना पड़ा लेकिन दूसरे दिन भी दर्शकों की संख्या में गिरवारट आई और केवल 16,754 लोग ही स्टेडियम पहुंचे।
रियाज ने कहा, "मैं समझता हूं कि मैच गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को शुरू करना बेहतर होता। मुझे लगता है कि मार्केटिंग शायद बेहतर हो सकती थी और सवाल यह भी है कि टेस्ट क्रिकेट दक्षिण एशियाई क्रिकेट समुदाय के लिए प्रासंगिक है या नहीं।"