भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी20 मैच में भारत की जीत का श्रेय रोहित शर्मा को देते हुए कहा कि दो सामान्य पारियों के बाद इस सलामी बल्लेबाज ने विशेष पारी खेली। रोहित ने इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मैच में तीसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा जिससे भारत ने 199 रन का लक्ष्य सात विकेट शेष रहते हासिल किया और तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। पंड्या ने मैच के बाद कहा, ‘‘रोहित ने शानदार पारी खेली। वो असाधारण और बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उन्होंने अकेले दम पर हमें मैच जिता दिया। हम उनसे ऐसी ही उम्मीद करते हैं। मैंने किसी को भी गेंद पर रोहित की तरह कड़ा प्रहार करते हुए नहीं देखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बाद उन्होंने इस तरह की पारी खेली, ये विशेष है। ये दिखाता है कि खिलाड़ियों को इस टीम पर, स्वयं पर कितना भरोसा है। ये सब कुछ सहयोगी स्टाफ के कारण है। वे शानदार हैं।’’ रोहित पहले दो टी20 मैचों में (32 और 5) रन की पारी ही खेल पाए थे लेकिन तीसरे टी20 में उन्होंने सिर्फ 56 गेंद में 11 चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 100 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। पंड्या ने भी आलराउंड प्रदर्शन करते हुए 38 रन पर चार विकेट चटकाने के बाद सिर्फ 14 गेंद में नाबाद 33 रन की पारी खेली।
मैच में हालांकि पंड्या की शुरुआत काफी खराब रही और वो अपने पहले ही ओवर में 22 रन लुटा बैठे। पंड्या ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो टी20 प्रारूप को मैं अजीब खेल के रूप में देखता हूं। आपको अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करनी होती है। मुझे अब भी याद है कि 22 रन बनने के बाद भी मैं सामान्य था। अगर आप सही लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हो और इस तरह की पिच पर विकेट हासिल करते हो तो अंतत: आप रन रोक सकते हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा ध्यान ये सुनिश्चित करने पर था कि मैं सिर्फ यॉर्कर फेंकने की जगह अलग-अलग गेंद करूं क्योंकि अच्छी लेंथ के साथ गेंदबाजी करना महत्वूर्ण था। सामने की बाउंड्री काफी छोटी थी।’’
पंड्या ने सहयोगी स्टाफ की जमकर तारीफ की जिनके बारे में उनका मानना है कि उन्होंने मौजूदा टीम के अच्छे प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास बेहतरीन स्टाफ और नेतृत्वकर्ता है जो हमें मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करने का भरोसा देते हैं। क्या होने वाला है इस बारे में सोचने की जगह हम सिर्फ अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं। हम सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहे हैं और अंतत: जब आप ऐसा करते हैं तो आपका प्रदर्शन अच्छा होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस पीढ़ी के खिलाड़ियों के साथ अच्छी बात ये है कि आपका अंत तक समर्थन किया जाता है। हम एक दूसरे का समर्थन करने का प्रयास करते हैं और सहयोगी स्टाफ भी हमें खुलकर अपने खेल का इजहार करने की स्वतंत्रता देता है।’’