टीम इंडिया के घातक तेज गेंदबाजों ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में पिंक बॉल से विकटों की बारिश कर डाली। महज दो दिन और एक घंटे के अंदर भारतीय तेज गेंदबाजों ने बांग्लादेश की दोनों पारी समेट भारत को ऐतिहासिक मैच में एक पारी और 46 रनों से बड़ी जीत दिलाई। इस मैच में तेज गेंदबाजों के हाथ 19 विकेट लगे। जिसमें 9 विकेट तेज गेंदबाजी इकाई में सीनियर माने जाने वाले इशांत शर्मा के नाम रहे। इशांत ने पिंक बॉल के कमाल से बांग्लादेश को मैच में किसी भी छड़ वापसी नहीं करने दी। ऐसे में जीत के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने गेंदबाजों की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए।
भारतीय गेंदबाजी के बारे में कोहली ने मैच के बाद कहा, "हमारी गेंदबाजी ईकाइ इस समय निर्भीक है उन्हें फर्क नहीं पड़ता सामने कौन सा बल्लेबाज है। उनकी मानसिकता में बदलाव आया है। ये सब पिछले तीन से चार सालों के कठिन परिश्रम का फल है जिसे आप देख रहे हैं।"
बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाजों ने बाउंसर से बंगलादेशी बल्लेबाजों के हेल्मेट भी तोड़े। इतना ही नहीं शमी की एक बाउंसर के चलते बांग्लादेश विकेटकीपर बल्लेबाज लिटन दास चोटिल हो गये थे और उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा था। ऐसे में आक्रमक अंदाज की गेंदबाजी के बारे में कप्तान कोहली ने कहा, "ये सब कुछ पूर्व कप्तान सौरव गांगुली यानी दादा के समय से शुरू हुआ था। जिसे हम लोग आगे लेकर चल रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट पूरी तरह से मानसिकता के उपर निर्भर होने वाला खेल होता है। मेरे ख्याल से पहले कोई भी बल्लेबाज को चोटिल या नुकसान नहीं पहुँचाना चाहता था। लेकिन अब इस तरह से डर पैदा कर उन्हें आउट करने के लिए ऐसा होने लगा है। जिसे हमने भी सीखा और उसका इस्तेमाल कर रहे हैं।"
वहीं मैच में इशांत शर्मा के 9 विकेट लेने के बारे में कोहली ने कहा, "भारत में 9 विकेट लेना मुश्किल होता है मेरे ख्याल से मैन ऑफ द मैच अवार्ड अगर इशांत को दिया जाए तो ज्यादा ख़ास रहेगा। दुधिया रौशनी में गुलाबी गेंद से गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण था।"
बता दें कि भारत ने बांग्लादेश खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज को अपने नाम कर लिया है। इसके बाद अब भारत को अगला टेस्ट मैच न्यूजीलैंड की सरजमीं पर खेलना होगा। वहीं इस सीरीज की जीत के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका में भारत के 360 अंक हो गए है और वो अंक तालिका में शीर्ष पर विराजमान है।