भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की सीरीज का अंतिम टेस्ट मैच ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर खेला जा रहा है। जो की काफी रोमांचक मोड़ पर आ पहुंचा है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया की जीत की राह में रोड़ा बनकर चेतेश्वर पुजारा टिके हुए थे। तमाम बाउंसर झेलने और ऊँगली घायल होने के बावजूद पुजारा ने अपने जज्बे व धैर्य को नहीं खोया और एक छोर को संभाले रखा। इस दौरान पुजारा ने अपनी धीमी बल्लेबाजी से फिफ्टी भी पूरी कि जो उनके टेस्ट क्रिकेट करियर में अब तक की सबसे धीमी फिफ्टी बनी है।
दरअसल , पारी के 74वें ओवर में मार्नस लाबुशेन की दूसरी गेंद पर चौका मारकर पुजारा ने 196 गेंदों में अपनी टेस्ट क्रिकेट में 28वीं फिफ्टी पूरी की। इस तरह पुजारा के करियर में सबसे ज्यादा गेंदे खेलने के बाद 50 रन बनाने वाली ये सबसे धीमी फिफ्टी है। अपनी पारी के दौरान पुजारा ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की तमाम बाउंसर गेंदों का डट कर सामना किया। जबकि एक गेंद उनके हाथ में भी लगी और वो दर्द के मारे कराह उठे। हलांकि उन्होंने क्रीज नहीं छोड़ी और मैदान में ही बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
जबकि इससे पहले पुजारा ने इसी सीरीज के तीसरे सिडनी टेस्ट मैच में 176 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की थी। जो कि अब उनकी लिस्ट में दूसरी सबसे धीमी फिफ्टी बन गई है।
इस तरह सबसे धीमी फिफ्टी जड़ने के साथ पुजारा ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्राफी में 15वीं फिफ्टी जड़ी। जिसके चलते इस मामले में उन्होंने राहुल द्रविड़ की बराबरी कर ली है। जो पहले ही बॉर्डर गावस्कर ट्राफी में 15 अर्धशतक जड़ चुके हैं। जबकि इस लिस्ट में 25 अर्धशतक के साथ सचिन तेंदुलकर सबसे उपर हैं।
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बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सर्वाधिक 50+ स्कोर
25 फिफ्टी - सचिन तेंदुलकर
20 फिफ्टी - रिकी पोंटिंग
18 फिफ्टी - वीवीएस लक्ष्मण
15 फिफ्टी - सी पुजारा *
15 फिफ्टी - राहुल द्रविड़
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वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में 200 से अधिक गेंद खेलने के मामले में पुजारा ने कोहली, तेंदुलकर और गावस्कर जैसे बल्लेबाजों को पीछे छोड़ दिया है। अब वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 200 से अधिक गेंदों की 9 बार पारी खेलने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं ।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के लिए सर्वाधिक 200+ गेंद की पारी:
पुजारा - 9 पारी
गावस्कर - 8 पारी
तेंदुलकर - 7 पारी
कोहली - 6 पारी
जबकि अंत में मैच की बात करें तो खबर लिखे जाने तक पुजारा 56 रन बनाकर कमिंस की गेंद पर एलबीडबल्यू आउट होकर पवेलियन जा चुके थे। ऐसे में अब भारत को जीत के लिए जहाँ 100 रन चाहिए तो ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट की दरकार है। जबकि क्रीज पर रिषभ पंत और मयंक अग्रवाल खेल रहे हैं। जबकि सीरीज की बात करें तो 1-1 से बराबरी पर खड़ी इस सीरीज को अगर भारत ड्रा भी करा देता है तो पिछली बार साल 2019 में बॉर्डर गवास्कर ट्रॉफी को जीतने के चलते वो इसे अपने पास रखने में कामयाब रहेगी। इस तरह भारत को जहां विशाल लक्ष्य को चेस करना है तो वहीं ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जीत के लिए अभी 9 विकेट और चाहिए।