शार्दुल ठाकुर (67) और वॉशिंगटन सुंदर (62) के बीच सातवें विकेट के लिए हुई 123 रनों की शतकीय और बहुमूल्य साझेदारी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को अपनी पहली पारी में 336 रन का स्कोर बनाया। ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 21 रन बना लिए हैं और उसे अब तक 54 रनों की बढ़त हासिल हो चुकी है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी पहली पारी में 369 रनों पर समेट दिया था और इस लिहाज से भारत पहली पारी में 33 रनों से पीछे रह गया।
तीसरे दिन स्टंप्स के समय डेविड वार्नर 20 और मार्कस हैरिस एक रन बना नाबाद लौटे। वार्नर ने 22 गेंदों पर अब तक तीन चौके लगाए हैं जबकि हैरिस ने 14 गेंदों का सामना किया है।
यह भी पढ़ें- शार्दुल और सुंदर की बल्लेबाजी से खुश होकर मराठी बोल पड़े कोहली, इस तरह बांधे तारीफों के पुलइससे पहले, भारत ने टी के बाद छह विकेट पर 253 रनों से आगे खेलना शुरू किया। सुंदर ने 38 और ठाकुर ने अपनी पारी को 35 रन से आगे बढ़ाया। टी के बाद दोनों बल्लेबाजों ने सूझबुझ से खेलते हुए अपनी पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने पहली बार अपने अपने अर्धशतक पूरे किए। अर्धशतक पूरा करने के बाद दोनों बल्लेबाजों ने सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की और और भारत को 300 रनों के पार पहुंचाया।
ठाकुर 309 के कुल स्कोर पर सातवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्हें पैट कमिंस ने बोल्ड मारा। ठाकुर ने 115 गेंदों पर नौ चौके और दो छक्के लगाए। इसके बाद भारत का आठवां विकेट नवदीप सैनी (5) के रूप में 320 के स्कोर पर, नौवां विकेट सुंदर के रूप में 328 के स्कोर पर जबकि अंतिम 10वां विकेट 336 के स्कोर पर मोहम्मद सिराज (13) के रूप में गिरा।
यह भी पढ़ें- शार्दुल और सुंदर की जोड़ी ने मचाया धमाल, ऑस्ट्रेलियाई धरती पर बल्लेबाजी में बनाया यह खास रिकॉर्ड
टी नजटराजन नौ गेंदों पर एक रन बनाकर नाबाद रहे। सुंदर ने 144 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सुंदर भारत के लिए डेब्यू टेस्ट में तीन या उससे अधिक विकेट लेने के अलावा अर्धशतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। सुंदर ने ब्रिस्बेन में अर्धशतक लगाने के अलावा 89 रन देकर तीन विकेट भी लिए।
इससे पहले, भारत के लिए टेस्ट मैच में वाकया 1947-48 सीरीज में हुआ था। आजाद भारत की टीम पहली बार जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब दत्तू फडकर ने ऑलराउंडर के तौर पर सिडनी टेस्ट के साथ डेब्यू किया था। फडकर ने 51 रनों की पारी खेली थी, जिसमें उन्होंने 101 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए थे। इसके बाद फडकर ने 10 ओवर में दो मेडन सहित 14 रन देकर आस्ट्रेलिया के तीन विकेट भी लिए थे।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से जोश हेजलवुड ने पांच और कमिंस तथा मिशेल स्टार्क ने दो-दो जबकि नॉथन लॉयन ने एक विकेट लिया। वहीं, भारत ने लंच तक चार विकेट के नुकसान पर 161 रन बनाए थे। भारत ने पहले सत्र में कल के नाबाद बल्लेबाजों-कप्तान अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के विकेट गंवाए हैं। रहाणे 37 और पुजारा 25 रन बनाकर आउट हुए।
यह भी पढ़ें- आजादी के बाद डेब्यू टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने वॉशिंगटन सुंदर
इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी की। पुजारा का विकेट 105 के कुल योग पर गिरा। 94 गेंदों पर दो चौके लगाने वाले पुजारा को जोस हाजलेवुड ने आउट किया। इसी तरह कप्तान का विकेट 144 के कुल योग पर गिरा। कप्तान ने 93 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए।
लंच के बाद भारत ने मयंक अग्रवाल और ऋषभ पंत के विकेट गंवाए। अग्रवाल ने लंच के तुरंत बाद 161 के कुल योग पर आउट हुए। अग्रवाल ने 75 गेंदों का सामना कर तीन चौके और एक छक्का लगाया। अग्रवाल का विकेट 161 रनों के कुल योग पर गिरा जबकि ऋषभ पंत 186 के कुल योग पर आउट हुए। पंत ने 29 गेंदों का सामना कर दो चौकों की मदद से 23 रन बनाए।