नयी दिल्ली: अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत भारत के साथ 14 जून को बैंगलोर में करेगा. यूं तो अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट की दुनियां में नया है लेकिन हाल ही के उसके प्रदर्शन को देखते हुए लोगों की दिलचस्पी इस मुक़ाबले में बढ़ गई है. दिलचस्पी का केंद्र हैं 19 साल के गुगली मास्टर राशिद ख़ान. राशिद ने आईपीएल में धमाल मचाने के बाद बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टी-20 सिरीज़ में अब तक जिस तरीके से बोलिंग की है, उसे देखने के बाद भारतीय बल्लेबाज़ों की नींद शायद हराम हो सकती है.
जब भी विदेशी टीमें भारत आती हैं तो अमूमन भारत उनके लिए स्पिन ट्रैक बनाता है लेकिन अफ़गा़निस्तान का होमग्राउंड भी भारत ही है तो ऐसे उसके खिलाड़ी स्पिन ट्रैक पर खेलने में माहिर हो चुके हैं और भारत शायद ही इकलौते टेस्ट के लिए टर्निंग विकेट बनाए क्योंकि अफगानिस्तान के पास राशिद के अलावा मुजीब उर रहमान और मोहम्मद नबी भी हैं. ये तीनों ही खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा ले चुके हैं और भारत में ही प्रैक्टिस करते रहे हैं, उन्हें भारतीय पिचों के बारे में काफी जानते हैं. राशिद खान ने तो आईपीएल-11 में 21 विकेट लेकर सनराइजर्स हैदराबाद को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी.
इस बारे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और अफगानिस्तान टीम को कोचिंग दे चुके लालचंद राजपूत का कहना है कि टर्निंग विकेट पर राशिद ख़ान बेहद ख़तरनाक हो सकते हैं. अगर हम अफगानिस्तान को टर्निंग विकेट देते हैं तो भारतीय टीम को महंगा पड़ जाएगा. अफगानिस्तान के पास 3 अच्छे स्पिनर हैं.
बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ 2 टी-20 मैचों में राशिद ने कुल 7 (एक मैच में 4 और दूसरे में 3 विकेट) विकेट झटके हैं। दोनों ही मैचों में उन्हें ही मैन ऑफ द मैच चुना गया.
57 साल के पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि देखा जाए तो स्पिन की अपेक्षा अफगानिस्तान की फास्ट बोलिंग कमज़ोर है. दौलत जदरान चोटिल हैं और शपूर जदरान टीम में नहीं हैं. इस पक्ष को देखते हुए भारत को ग्रीन टॉप विकेट पर खेलना ज्यादा फायदेमंद होगा.