राजकोट। मुंबई में खेले गए पहले वनडे में मिली अप्रत्याशित 10 विकेट से हार के बाद भारतीय टीम के लिए चुनौतियां बढ़ गई है। ऑस्ट्रेलिया ने वानखेड़े में जिस तरह का प्रदर्शन किया था उसने एक तरह से मेजबान टीम की कई कमियों को उजागर किया था और अब विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम शुक्रवार को खेले जाने वाले दूसरे वनडे में चुनौतीपूर्ण वापसी की कोशिश में होगी। पहले मैच के बाद कोहली ने भी माना था कि यह ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहद मजबूत है और इसके खिलाफ वापसी करना कठिन चुनौती होगा। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में भारतीय टीम इस चुनौती को कैसे पार करती है यह देखना बेहद दिलचस्प होने वाला है।
कोहली का कहना कि यह ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहद मजबूत है इस बात को पूरा क्रिकेट जगत वानखेड़े स्टेडियम में देख चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने न तो भारत को बड़ा स्कोर खड़ा करने दिया और इससे भी बुरा उसे एक भी विकेट नहीं लेने दिया। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों के रहते डेविड वार्नर और एरॉन फिंच की सलामी जोड़ी आसानी से रन बनाती रही और भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसाती रही।
राजकोट में कोहली के सामने हालांकि सबसे बड़ी चुनौती बल्लेबाजी क्रम है। सही मायनों में देखा जाए तो यह नई परेशानी नहीं है विश्व कप के पहले ही भारत के मध्य क्रम और निचले क्रम की कलई कई बार खुलती रही है। मुंबई वनडे उस संख्या में इजाफा था जिसने बता दिया था कि भारतीय मध्य क्रम और निचले क्रम में शीर्ष गेंदबाजों से निपटने का दम अभी तक नहीं आया है।
इसके अलावा शीर्ष क्रम में बल्लेबाजों के स्थानों को लेकर भी माथापच्ची होनी है। रोहित शर्मा, शिखर धवन और लोकेश राहुल के रूप में तीन सलामी बल्लेबाजों के रहते हुए कौन कहां खेलेगा यह सिरदर्द बना है। मुंबई में रोहित और धवन ने ओपनिंग की थी तो राहुल नंबर-3 खेले थे। कोहली को इस कारण चौथे नंबर पर आना पड़ा था।
कोहली के इस नंबर पर आने की कई पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की थी और यह तक कहा था कि कोहली को नंबर-3 पर ही खेलना चाहिए। राजकोट में बहुत मुमकिन है कि कोहली अपने पुराने स्थान पर खेलें। अब देखना यह है कि सलामी बल्लेबाजी कौन करता है। संभावना है कि रोहित और धवन सलामी जोड़ी के रूप में रहेंगे और राहुल नंबर-4 पर खेलें। ऐसा भी हो सकता है कि राहुल को बाहर बैठाया जाए।
कुल मिलाकर दूसरे मैच से पहले टीम प्रबंधन के सामने बल्लेबाजी क्रम को व्यवस्थित करने की चुनौती है। और यही हाल गेंदबाजी का भी है। बुमराह और शामी बेअसर रहे थे, लेकिन ऐसा बहुत कम होता है कि यह दोनों प्रभाव नहीं छोड़ पाए। हां स्पिन विभाग में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। युजवेंद्र चहल के अंतिम-11 में आने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
वहीं शिवम दुबे के रूप में एक हरफनमौला खिलाड़ी भी टीम के पास है। कोहली अगर दुबे को मौका दें तो हैरानी वाली बात नहीं होगी।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया पहले मैच में मिली जीत के बाद आत्मविश्वास से लबरेज होगी लेकिन वो जानती है कि भारत जख्मी शेर है जो वापसी को बेताब है। कोहली की आग से दुनिया वाकिफ है और घर में 10 विकेट से हार कोहली को बर्दाश्त नहीं है। आस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने पहले मैच के बाद कहा था कि भारत अब और खतरनाक होकर वापसी की कोशिश करेगा।
ऑस्ट्रेलियाई लिहाज से उसकी गेंदबाजी सही जा रही है। पहले मैच में वार्नर और फिंच के कारण बाकी बल्लेबाजों को मौका नहीं मिला था। स्टीव स्मिथ कितने खतरनाक हैं यह कोहली एंड कंपनी जानती है। मार्नस लाबुशैन अभी तक वनडे नहीं खेले हैं लेकिन वह फॉर्म में है।
टीमें (संभावित) :-
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, शार्दूल ठाकुर।
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी, पैट कमिंस, एश्टन अगर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, मार्नस लाबुशैन, केन रिचर्डसन, डी आर्की शॉर्ट, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, एश्टन टर्नर, डेविड वार्नर, एडम जाम्पा।