टेस्ट क्रिकेट में नई लाल गेंद की खतरनाक स्विंग को बेहतरीन ढंग से खलेने वाले सलामी बल्लेबाजों को काफी अहम वरीयता दी जाती है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसी विस्फोटक सलामी जोड़ी हुई हैं जिन्होंने बेहतरीन शुरुआत दिलाकर टीम को जीत दिलाई है। इस कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि पिछले एक से दो साल में टेस्ट क्रिकेट में सभी टीमों के सलामी बल्लेबाजों की बात करें तो मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी दूसरे नंबर पर आती है।
अपने यूट्यूब चैनल पर टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों के घटते स्तर और कई पुराने सलामी बल्लेबाजों को याद करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा, "एक समय था जब टेस्ट क्रिकेट एक से बढ़कर एक बेहतरीन सलामी जोडियाँ होती थे। इनमें मैथ्यू हेडन-जस्टिन लैंगर, गौतम गंभीर-वीरेंद्र सहवाग, एलिएस्टर कुक-एंड्रयू स्ट्रॉस, ग्रीम स्मिथ-हर्शल गिब्स, डेसमंड हेंस-गार्डन ग्रीनिज शामिल थे।"
आकाश ने आगे कहा, "इस वक्त टेस्ट क्रिकेट के ओपनर बल्लेबाज स्विंग होती गेंद से सामने संघर्ष करते नजर आते हैं। नई गेंद से गेंदबाज इन बल्लेबाजों पर आक्रमण करते हैं, लेकिन उनसे पास इसका कोई जवाब नहीं होता है। हालांकि उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज रोरी बर्न्स और डोम सिब्ले के बारे में कहा कि उनपर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।"
साउथ अफ्रीका की टेस्ट सलामी जोड़ी के बारे में बात करते हुए आकाश ने कहा, "उनके टेस्ट ओपनर एडिन मार्करम और डीन एल्गर ने भारत में कुछ रन बनाए हैं, लेकिन इस जोड़ी का औसत 12.53 का है जो बहुत ही खराब है। मार्करम का अपना औसत 25.6 का है और एल्गर का 29.3 का। जाहिर सी बात है जब उनका अपना बल्लेबाजी औसत कम है तो साझेदारी का औसत भी कम ही होगा।"
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जबकि अंत में दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टेस्ट सलामी जोड़ी के बारे में आकाश ने कहा, "टॉम लाथम और टॉम ब्लंडैल को मौजूदा समय की बेस्ट जोड़ी है। टेस्ट में इन दोनों की औसत 47.14 का है और अपने घरेलू मैदान पर भी दोनों ने खूब रन बनाए हैं। इतना ही नहीं इन दोनों ने मुश्किल हालात वाली जगहों पर भी रन बनाए है जिसके चलते इन्हें मैं अपनी लिस्ट में प्पहले स्थान पर रखता हूँ।