नई दिल्ली। कैपिटल्स की टीम फिरोजशाह कोटला मैदान पर लगातार हार के बाद किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ शनिवार को होने वाले आईपीएल मैच में जीत की राह पर लौटने की कोशिश करेगी। दिल्ली की टीम मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुरुवार को लगातार तीन मैचों में जीत के साथ उतरी थी और इस मैच में भी उसने अच्छी शुरुआत की थी।
मुंबई की पारी के अंतिम ओवरों में हालांकि दिल्ली की टीम एक बार फिर राह से भटक गई। इसका अहम कारण यह है कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम अब तक अपने घरेलू मैदान से सामंजस्य नहीं बैठा पाई है। दर्शकों के समर्थन और हौसला अफजाई का भी कोच रिकी पोंटिंग और मेंटर सौरव गांगुली की टीम को फायदा नहीं मिल पा रहा है।
घर में जीतना होगा मैच
अभी तक दिल्ली ने अपने घर में चार मुकाबलें खेलें हैं जिसमे सिर्फ एक मैच में कोलकाता के खिलाफ सुपर ओवर में जीता था। इस तरह घर की भेदी कही जाने वाली दिल्ली टीम बाहर जाकर लंका तो ढहा आती है मगर अपने घर में खुद ढेर हो जाती है। अगर दिल्ली को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो उसे घरेलू मैदान में खेले जाने वाले अगले तीन मैच जीतने होंगे। वरना आईपीएल के 12वें सीजन के प्लेऑफ में जाना दिल्ली का सपना भी बन सकता है।
दिल्ली की टीम नौ मैचों में 10 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है जबकि पंजाब की टीम के भी इतने ही मैचों में इतने ही अंक हैं लेकिन खराब नेट रन रेट के कारण टीम चौथे स्थान पर है। दोनों ही टीमें अब तक आईपीएल खिताब जीतने में नाकाम रही हैं और इस बार खिताब के सूखे को खत्म करना चाहेंगी।
दिल्ली को अगले मैच में रविचंद्रन अश्विन की अगुआई वाली पंजाब का सामना करना है, जिसने पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स को धूल चटाई थी। इस टीम में मौजूद क्रिस गेल, लोकेश राहुल, डेविड मिलर और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ी घरेलू मैदान पर दिल्ली की कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। अश्विन टीम की अगुआई काफी अच्छी तरह कर रहे हैं और ऐसे में पंजाब के लिए दिल्ली को हराना असंभव नहीं होगा। जबकि दिल्ली को कोटला मैदान की रहस्यमयी पिच से सामंजस्य बैठना होगा वरना उसके लिए आईपीएल के प्लेऑफ को दिल्ली और दूर होती चली जाएगी।