विराट कोहली.. भारत ही नहीं दुनिया के बड़े से बड़े दिग्गज क्रिकेटर उन्हें नए-नए नामों से नवाज रहे हैं। कोई उन्हें सर्वकालिक महान बल्लेबाज बता रहा है तो कोई उन्हें मौजूदा समय का बेस्ट बल्लेबाज। फिलहाल कोहली इन सभी उलझनों से दूर अपने खेल पर फोकस करते हुए एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं। अब जब रिकॉर्ड तोड़ने की बात आती है तो सबसे पहले सचिन तेंदुलकर का नाम जहन में आता है। इसका कारण ये भी है कि सचिन ने न केवल रिकॉर्ड तोड़े हैं बल्कि ऐसे मानक स्थापित किए हैं कि उनके आस-पास पहुंचना किसी क्रिकेटर के लिए सपने सरीखा हो गया।
अब जो भी क्रिकेटर आगे बढ़ता है तो उसके सामने अंतिम लक्ष्य सचिन के रिकॉर्ड्स तोड़ने का होता है। वैसे मौजूदा क्रिकेट जगत में कई ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने सचिन के रिकॉर्ड्स को चुनौती दी है लेकिन विराट कोहली वो बल्लेबाज हैं जो एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं। विराट न केवल सचिन के रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं बल्कि खुद नए कार्तिमान स्थापित कर रहे हैं जिन्हें तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद मुश्किल साबित होगा।
जब भी कोई नया बल्लेबाज तेजी से उभरता है तो हर कोई उसकी तुलना सचिन से करने लगता है। ऐसे में विराट कोहली सचिन के मुकाबले काफी तेजी से आंकड़े बदलते जा रहे हैं। विशाखापट्नम वनडे में विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेजी से 10 हजार रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बने। कोहली ने अपने करियर की 205वीं पारी के दौरान इस उपलब्धि को हासिल किया। अब इस मामले में वे सचिन से काफी आगे हैं।
हालांकि सचिन ने 463 वनडे मैचों की 452 पारियों में 18426 रन बनाए। कोहली के लिहाज से देखें तो ये आंकड़े उनकी पहुंच से ज्यादा दूर नहीं हैं। 2019 वर्ल्ड कप के बाद 2023 का वर्ल्ड कप भारत में खेला जाएगा। अगर विराट का जलवा ऐसे ही कायम रहा तो उनका 2023 वर्ल्ड कप तक खेलना लगभग तय है। इस हिसाब से कोहली अभी 5 साल और क्रिकेट खेलेंगे। कोहली ने 18 अगस्त, 2008 को वनडे डेब्यू किया था और उन्हें अब तक खेलते हुए 10 साल और दो महीने हुए हैं। यानी उन्होंने 10 साल और लगभग 60 दिनों में ये 10,000 रन बनाए हैं। उनसे पहले ये रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ (10 साल, 287 दिन) के नाम था। इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका ग्राफ कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
अगर कोहली इसी स्पीड से खेलते रहे तो सचिन के 18 हजारी के आंकड़े को वे आराम से छू लेंगे। अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के भगवान हैं तो फिर विराट कोहली क्या हैं? परिस्थितियां कोई भी रही हों लेकिन कोहली का व्यक्तिगत प्रदर्शन हर देश में उम्दा रहा है। यही नहीं, कोहली ने हर गेंदबाज के सामने खुद को साबित किया है। अगर विराट कोहली सचिन के सबसे ज्यादा रन बनाने के आंकड़ों को तोड़ देते हैं तो फिर उन्हें क्या उपनाम दिया जाएगा? सचिन को क्रिकेट का भगवान पहले से ही कहा जा रहा है तो विराट क्या होंगे?