लंदन: क्रिकेट में मैच फ़िक्सिंग का जिन है कि लाख बोतल में बंद करो लेकिन ये फिर बाहर निकल आता है। न्यूजीलैंड के दाग़ी क्रिकेटर लू विन्सेंट ने सोमवार को लंदन की एक अदालत में कहा कि भारत के पूर्व क्रिकेटर दिनेश मोंगिया चार सदस्यीय गैंग के एक अहम सदस्य थे जो अनधिकृत और अब भंग हो चुकी इंडियन क्रिकेट लीग (ICL) के दौरान मैच फिक्स करता था।
क्रिस केन्र्स के झूठी गवाही देने के मामले में सुनवाई के दौरान 36 साल के विन्सेंट ने स्वीकार किया कि आईसीएल में चंडीगढ़ लायंस की ओर से खेलते हुए अपने सीनियर खिलाड़ी के कहने पर वह मैच फिक्सिंग में शामिल रहे।
विन्सेंट ने सुनवाई के दौरान न्यूजीलैंड के आलराउंडर डेरिल टफी और मोंगिया का नाम लिया।
विन्सेंट ने कहा कि उस समय वह मानसिक स्वास्थ्य समस्या और अवसाद का शिकार थे और गैंग का हिस्सा बनकर अच्छा महसूस कर रहे थे।
मोंगिया ने हालांकि विन्सेंट के उनके खिलाफ लगाए आरोपों से इनकार किया है।
उन्होंने कहा, उसने (विन्सेंट) जो कहा वह गलत है। मैं किसी मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं था। मैं चंडीगढ़ लायंस की ओर से खेला लेकिन मुझे नहीं पता था कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी (केन्र्स, टफी और विन्सेंट) क्या कर रहे हैं।
मोंगिया ने छह साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान भारत की ओर से 57 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। वह 2003 विश्व कप टीम के सदस्य भी रहे।
मोंगिया को 2008 सत्र के दौरान आईसीएल ने अनुशासनात्मक कारणों से निलंबित कर दिया था जिनका खुलासा नहीं किया गया।
पंजाब का बायें हाथ का यह बल्लेबाज हालांकि इसके बाद बाहर हो गया क्योंकि बीसीसीआई ने सभी खिलाडि़यों के वापस लौटने के समय उन्हें माफी नहीं दी।
विन्सेंट ने दावा किया कि उन्हें केन्र्स ने खराब प्रदर्शन करने के लिए प्रति मैच 50000 डालर देने का वादा किया था। उन्होंने कहा, मुझे मैच फिक्सिंग में शामिल होने के लिए केन्र्स से सीधे आदेश मिल रहे थे।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान केन्र्स ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है। यह आरोप मानहानि के उस मामले से जुड़े हैं जो केन्र्स ने मार्च 2012 में आईपीएल के बर्खास्त आयुक्त ललित मोदी के खिलाफ किया था।
केन्र्स ने मोदी के खिलाफ 21 लाख 40 हजार डालर का मानहानि का सफल दावा किया था लेकिन अब उन्हें गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है कि सुनवाई के दौरान उन्होंने सच नहीं बोला था।