आईपीएल के 12वें सीजन के समाप्त होने के बाद आईसीसी क्रिकेट विश्वकप का 12वां सीजन जल्द ही 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में खेला जाने वाला है। इसी बीच इंग्लैंड की सपाट पिचों को देखकर मालूम पड़ता है कि इस बार मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का एक ख़ास रिकॉर्ड टूट सकता है।
दुनिया में क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी विश्वकप 2003 में सबसे अधिक 673 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था। जिसके बाद से आज तक कोई भी बल्लेबाज आईसीसी विश्वकप में सबसे ज्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है।
सचिन ने 2003 के विश्व कप में कुल 11 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 61.18 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 673 रन ठोकें थे। इस दौरान स्ट्राइक रेट 89.25 रहा था। इस विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। तेंदुलकर ने इस विश्व कप में 6 अर्धशतक ओर 1 शतक लगाया था। उनका बेस्ट स्कोर 152 रन रहा था जो उन्होंने नामीबिया के खिलाफ बनाया था।
सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने से चूके बल्लेबाज
वहीं सचिन के बाद अगर विश्वकप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजो कि बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के तूफानी ओपनर बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का नाम आता है। हेडन ने 2007 के विश्व कप में कुल 659 रन बनाए थे। जो कि सचों का रिकॉर्ड तोड़ने से महज 13 रन पीछे रह गए थे।
इसके बाद साल 2011 के विश्व कप में श्रीलंका के पूर्व सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान ने 9 मैचों में 500 रन बनाए लेकिन खिताब भारतीय टीम ने अपने नाम किया। इस विश्व कप में दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 9 मैचों में 482 रन जुटाए थे।
साल 2015 में घरेलू मैदान में हुए विश्वकप के दौरान न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 9 मैचों में 68.37 की औसत से कुल 547 रन बनाए थे।जिसमें उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 237 रनों की विशाल पारी खेली थी। इस तरह गुप्टिल विश्वकप में दोहरा मारने वाले पहले बल्लेबाज बने लेकिन सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ने में नाकामयाब रहे।
ये बल्लेबाज तोड़ सकते हैं सचिन का रिकॉर्ड
ऐसे में विश्वकप 2019 और उसकी सपाट विकटों को देखकर लगता है शायद कोई बल्लेबाज इस बार सचिन के रिकॉर्ड तोड़ सकता है। जिसमें कई बड़े-बड़े नाम शामिल है।जो इस बार सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ने का माद्दा रखते हैं। इनमें सबसे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली, इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल, ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर, न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल, पाकिस्तान के फखर जमां और भारत के रोहित शर्मा प्रमुख दावेदारों में से एक हैं।
बता दें कि विराट ने 2011 विश्व कप के 9 मैचों में 35.25 की औसत से कुल 282 रन बनाए थे जबकि पिछले विश्व कप (2015) में उनके बल्ले से कुल 305 रन निकले थे। इस दौरान कोहली ने 8 मैचों में 50.83 की औसत से बल्लेबाजी की थी। जबकि रोहित का ये दूसरा वर्ल्ड कप होगा। उन्होंने 2015 विश्व कप के 8 मैचों में 47.34 की औसत से कुल 330 रन बनाए थे जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल है। ऐसे में इन दोनों बल्लेबाजो से भारत को इस बार काफी उम्मीदें हैं जिनका भारत के खिताबी जीत के लिए चलना बहुत जरूरी है।