ICC ने मंगलवार को एक बड़ा फ़ैसला करते हुए टेस्ट मैच में टॉस की परंपरा को खत्म करने वाले प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया. इसके अलावा अब बॉल टेंपरिंग मामले में प्रतिबंध की मियाद और बड़ी होगी. साथ ही ICC मैदान के अंदर बुरा बर्ताव करने वाले खिलाड़ियों से और सख़्ती से निबटने सकती है. ये तमाम प्रस्ताव ICC की क्रिकेट समिति ने दिए हैं और अगर ICC इन्हें स्वीकार कर लेती है तो इन्हें जल्द ही अमल में लाया जाएगा.
हाली ही में साउथ अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सिरीज़ के दौरान खिलाड़ियों के बीच मैदान में बहुत बदमज़गी हुई थी और इसी दौरान बॉल टेंपरिंग का भी विवाद भी सामने आया था. इन घटनाओं के बाद ही इस सख़्त नियम बनाने की ज़रुरत महसूस की जा रही है.
टेस्ट मैच में टॉस की परंपरा ख़त्म करने के सुझाव के पीछे तर्क था कि इससे मेज़बान टीम को फ़ायदा होता है. इसलिए टॉस के बजाय मेहमान टीम को पहले बैटिंग या बॉलिंग करने का विकल्प देना चाहिए लेकिन इसे ख़ारिज कर दिया गया. मुंबई में हुई क्रिकेट समिति की बैठक में कहा गया कि टॉस टेस्ट क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा है जिसके पीछे इतिहास है.