आईसीसी और बीसीसीआई एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। माना जा रहा है कि आईसीसी 2021 में भारत में खेली जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी का फॉर्मेट बदलना चाहती है और इसे टी20 फॉर्मेट के तौर पर आयोजित कराने की सोच रही है। लेकिन बीसीसीआई ने आईसीसी के इस फैसले का विरोध किया है और वो 50 ओवर पर ही अड़ी हुई है। माना जा रहा है कि फाइनेंशियल रेवेन्यू में बंटवारे के बाद आईसीसी को काफी नुकसान हुआ है और इसी वजह से क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था चैंपियंस ट्रॉफी को टी20 फॉर्मेट का कराने पर विचार कर रही है।
हालांकि बीसीसीआी को आईसीसी का ये फैसला बिल्कुल भी मंजूर नहीं है। दोनों के बीच हालात तबसे बिगड़े हुए हैं जबसे इस साल फरवरी में आईसीसी बोर्ड मीटिंग में भारत सरकार ने टैक्स में छूट देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आईसीसी भारतीय समय से मिलता जुलता दूसरा देश तलाश रही थी जो कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी कर सके। बीसीसीआई को आईसीसी का ये रवैया बिल्कुल भी पसंद नहीं आया ता और दोनों के रिश्तों में खटास देखने को मिल रही थी।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने मामले पर बोलते हुए कहा, 'चैंपियंस ट्रॉफी के फॉर्मेट में बदलाव नहीं किया जा सकता। चैंपियंस ट्रॉफी जगमोहन डालमिया के विजन का हिस्सा है और हमने पहले ही आईसीसी को ये बता दिया था। अगर आईसीसी इसके बाद भी फॉर्मेट बदलती है तो हम उसका विरोध करेंगे।' आपको बता दें कि पिछली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड में खेली गई थी, जिसमें पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को हरा दिया था।