पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वैसे तो भारतीय टीम ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, लेकिन आज से ठीक 7 साल पहले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया था। यह खिताब अपने नाम कर धोनी वर्ल्ड क्रिकेट में पहले ऐसे कप्तान बने थे जिन्होंने आईसीसी के तीनों खिताब अपने नाम किए हो। बता दें, इससे पहले धोनी ने भारत को 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में एकदिवसीय वर्ल्ड कप जिताया था।
भारत और इंग्लैंड के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला बर्मिंघम में खेला गया था। बारिश से प्रभावित यह मुकाबला 20-20 ओवर का था। इस मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत की शुरुआत बेहद ही खराब रही, रोहित शर्मा 14 गेंदों पर 9 रन बनाकर स्टुअर्ट ब्रॉड का शिकार बने।
इसके बाद शिखर धवन (31) और विराट कोहली (43) ने पारी को संभाला और तेजी से रन बनाना शुरू किए। धवन और कोहली के आउट होने के बाद रविंद्र जडेजा को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया। जडेजा अंत में आकर 25 गेंदों पर 2 छक्कों और दो चौकों की मदद से नाबाद 33 रन बनाए थे। भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए थे।
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माना जा रहा था कि इंग्लैंड की टीम 130 रन के इस लक्ष्य को बड़ी ही आसानी से हासिल कर लेगी, लेकिन धोनी की सूझ-बूझ भरी कप्तानी और भारतीय गेंदबाजों के आगे इंग्लैंड की एक ना चली और इंग्लैंड ये मैच 5 रन से हार गया। भारत की ओर से जडेजा, अश्विन और इशांत को 2-2 विकेट मिले वहीं उमेश यादव एक विकेट चटकाने में सफल रहे।
रविंद्र जडेजा को उनकी ऑलराउंड परफॉर्मेंस की वजह से मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया था। वहीं इस टूर्नामेंट में 90 से अधिक की औसत से रन बनाने वाले धवन को मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड मिला। धवन ने 5 मैच खेलकर सबसे अधिक 363 रन बनाए थे।
यह पहला मौका था जब भारत ने पूर्ण रूप से चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। इससे पहले 2002 में भारत ने यह खिताब श्रीलंका के साथ साझा किया था।