लंदन: दक्षिण अफ्रीकी टीम आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के ग्रप-बी के अपने अहम मुकाबले में रविवार को भारत के खिलाफ अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ा गई। उसका मध्य क्रम और निचला क्रम ऊपरी क्रम की सफलता को दोहरा नहीं सका और टीम 44.3 ओवरों में 191 रनों पर ही ढेर हो गई।
भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए 192 रनों की जरूरत है। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दोनों टीमों को यह मैच जीतना जरूरी है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। क्विंटन डी कॉक (53), हाशिम अमला (35) ने टीम को जो शुरुआत दी उससे लगा की अफ्रीका बड़ा स्कोर बोर्ड पर टांगेगा।
दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 17.3 ओवरों में 76 रन बनाए। शुरुआत धीमी थी लेकिन टीम के लिए अच्छी थी।
इस टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेल रहे रविचंद्रन अश्विन ने अमला को विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच करा भारत को पहली सफलता दिलाई। अश्विन लगातार अमला को परेशान कर रहे थे।
फाफ डु प्लेसिस ने हालांकि अमला की कमी नहीं खलने दी और डी कॉक के साथ मिलकर टीम का स्कोर 116 रनों तक पहुंचाया। रवींद्र जडेजा ने डी कॉक की 72 गेंदों की पारी का अंत किया। चार चौके मारने वाले डी कॉक बोल्ड हो कर पवेलियन लौटे।
कप्तान अब्राहम डिविलियर्स (16) गैरजरूरी रन लेने के लिए दौड़े और हार्दिक पांड्या की थ्रो पर धौनी ने उनके डंडे बिखेरे। डिविलियर्स के रन आउट होने के बाद एक समय मजबूत स्थिति में दिख रही दक्षिण अफ्रीका बैकफुट पर पहुंच गई थी।
जिम्मेदारी प्लेसिस और डेविड मिलर (1) पर थी लेकिन, रन लेने की गलतफहमी में दोनों बल्लेबाज एक ही छोर पर आ गए और बुमराह-कोहली की जोड़ी ने विकेट उखाड़ दिए। क्रिज से बाहर खड़े मिलर पवेलियन लौट लिए। मिलर 142 रनों के कुल योग पर चौथे विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।
यहां से दक्षिण अफ्रीका की टीम अपने खाते में 46 रन ही जोड़ सकी और छह बाकी के छह विकेट खोकर मामूली स्कोर पर ढेर हो गई। प्लेसिस के रूप में दक्षिण अफ्रीका का पांचवां विकेट गिरा। उन्हें पांड्या ने आउट किया। ज्यां पॉल ड्यूमिनी 20 रनों पर नाबाद लौटे।
भारत की तरफ से भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार ने दो-दो विकेट लिए। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या को एक-एक विकेट लिया। तीन बल्लेबाज रन आउट हुए।