रविवार को लंदन में दस साल बाद ICC की प्रतियोगिता के फ़ाइनल में एक बार फिर बारत और पाकिस्तान आमने सामने होंगे और इस मैच को लेकर धड़कनें दो दिन पहले से ही बढ़ने लगी हैं। दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच होता है तो दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों का जुनून तमाम हदें पार कर जाता है। ये जुनून सिर्फ क्रिकेट पर्ेमियां तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि इसका असर अक़्कसर दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर भी होता देखा गया है। हम आपको बताने जा रहे हैं पांच औसी घटनाएं जब दोनों देशों के खिलाड़ी अपना आपा खो बैठे।
मियांदाद ने उतारी किरण मोरे की नक़ल
1992 विश्व कप में सि़डनी में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच चल रहा था। विकेट कीपर किरण मोरे बार बार अपील कर रहे थे जिससे जावेद मियांदाद को चिढ़ हो रही थी। एक बार मोरे ने पिच कूदते हुए रन आउट की अपील की। इस पर जावेद नाराज़ हो गए और दोनों के बीच कुछ कहासुनी भी हुई। अगली बॉल पर मोरे ने स्टंप की गिल्लियां उड़ा दीं हालंकि जावेद साफ साफ क्रीज़ के अंदर थे। फिर अचानक जावेद मियांदाद पिच पर उछलते हुए मोरे की नक़ल करने लगे। ये मैच भारत जीत गया लेकिन विश्व कप पाकिस्तान ने जीता।
जब प्रसाद ने आमिर सोहेल को दिखाया पवैलियन का रास्ता
बेंगलौर में 1996 विश्व कप का क्वार्टर फ़ाइनल हो रहा था। पाकिस्तान के ओपनर आमिर सोहैल पूरी फ़ार्म में थे और भारतीय गेंदबाज़ों की धुनाई लगा रहे थे। देखते ही देखते उन्होंने वेंकेटेश प्रसाद की बॉल पर चौका लगाकर अर्धशतक जड़ दिया। बॉल जैसे ही सीमा रेखा के पार पहुंची, सोहौल ने प्रसाद की तरफ देखकर बैट उस दिशा की तरफ दिखाया जहां बॉल गई थी। उनके भाव से लगा कि मानों कह रहे हो, “जा, बॉल लेकर आ।”
सोहैल ने अगली बॉल पर फिर वही शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन बोल्ड हो गए। अब मज़ाक उड़ाने की बारी प्रसाद की थी। प्रसाद ने भी ऐसा इशारा किया मानो कह रहे हों, “घर जा******।” भारत ने ये मैच तो जीत लिया लेकिन सेमीफ़ाइनल में श्रीलंका से हार गया जो विश्व चैंपियन बनी।
गंभीर-आफ़रीदी के बीच गाली-ग़लोच
2007 में पाकिस्तान का भारत दौरा भारतीय ओपनर गौतम गंभीर और पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के बीच गालीग़लोच के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। कानपुर वनडे में दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी। गंभीर ने आफ़रीदी की बॉल पर चौका लगाया था और तभी दोनों में नोंकझोंक होने लगी। अगली बॉल पर रन लेते समय दोनों में टक्कर हो गई। बस फिर क्या था, दोनों एक दूसरे को गाली देने लगे।
हाल ही मे आफ़रीदी ने इस घटना का ज़िक्र करते हुए कहा भी था कि गंभीर का रवैया दोस्ताना नही है और वे साथ में कॉफ़ी नहीं पी सकते।
ड्रिंक्स पर गंभीर और अकमल की तू तू मैं मैं
2010 में गंभीर एक बार फिर विवादों में आ गए। दांबुला में एशिया कप के एक मैच में गंभीर विकेकीपर कामरान अकमल से भिड़ गए। अकमल ने कैच की ज़ोरदार अपील की थी जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया था। ड्रिंक्स ब्रेक पर दोनों खिलाड़ी भिड़ गए और धोनी को बीच बचाव करना पड़ा। बाद में टीवी इंटरव्यूह में गंभीर ने कहा कि वो अचानक हो गया था। गंभीर ने ब्रॉडकास्टर पर विज्ञापन की जगह ये क्लिप बार बार दिखाने का आरोप भी लगाया था।
हरभजन और शोएब अख़्तर के बीच भिड़ंत
भारत और पाकिस्तान के बीच 2010 एशिया कप में एक बार फिर पारा गरम होते देखा गया। हरभजन सिंह और शोएब अख़्तर ने पंजाबी में एक दूसरे को गालियां दीं। दरअसल भज्जी ने शोएब की बॉल पर छक्का मारकर भारत को जीत दिलाई थी। हरभजन का कहना है कि दोनों क्रिकेट के मैदान पर तो दुश्मन हैं लेकिन बाहर बहुत अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने बताया- “शोएब ने एक बार उन्हें धमकी दी थी कि वह उनके कमरे में आकर उनकी पिटाई लगाएंगे। मैंने उससे कहा कि देखते हैं कौन किसे मारता है। मैं बहुत डरा हुआ था क्योंकि शोएब बहुत हट्टाकट्टा था।”