दुबई: भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल ने कहा कि उन्हें खेद है कि उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच में डीआरएस का एक मौका गंवा दिया जो महेंद्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक के विकेट बचा सकता था। धोनी और कार्तिक दोनों को LBW आउट दिया गया और अगर भारत के पास डीआरएस बचा होता तो इन दोनों के खिलाफ अंपायरों को अपने फैसले पलटने पड़ सकते थे। राहुल (60) ने हालांकि भारत का एकमात्र रिव्यू उपयोग कर दिया था जिसमें उन्हें नाकामी मिली थी।
राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘‘निश्चित तौर पर लगता है कि मुझे तब डीआरएस नहीं लेना चाहिए था। जब मैं क्रीज पर था तो मुझे लगा कि गेंद बाहर जा रही थी और मैंने तीसरे अंपायर की मदद ले ली। कई बार आप बाद में समीक्षा प्रणाली की समीक्षा करते हो और तब लगता है कि आप इसे बाद के खिलाड़ियों के लिये छोड़ सकते थे।’’
राहुल ने कहा कि भविष्य में वह डीआरएस लेने में अधिक सतर्कता बरतेंगे। भारत पहले ही फाइनल में जगह बना चुका है जो शुक्रवार को होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इससे सीख मिली। जो शॉट मैंने खेला, जो डीआरएस मैंने लिया अगर फिर से ऐसी स्थिति आती है तो मैं यह जानने के लिये बेहतर स्थिति में रहूंगा कि अब क्या करना है।’’
भारत के सामने 253 रन का लक्ष्य था लेकिन उसकी टीम 252 रन पर आउट हो गयी और मैच टाई छूट गया। राहुल ने कहा, ‘‘हम अफगानिस्तान को हल्के से नहीं ले सकते हैं। वह वनडे और टी20 में बेहद प्रतिस्पर्धी टीम है। आप इस तरह के मैचों का हिस्सा बनना चाहते हो जिनमें दोनों टीमें आखिर तक चुनौती पेश करें। हमें खुशी है कि हमने इस तरह का मैच खेला।’’