भारत और साउथ अफ्रीका के बीच आज धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में तीन वनडे मैच की सीरीज का पहला मुकाबला खेला जाना है। इस सीरीज के लिए भारतीय टीम में तीन ऐसे खिलाड़ियों का चयन हुआ है जो चोट के बाद वापसी कर रहे हैं। इनमें से एक खिलाड़ी हार्दिक पांड्या भी है। हार्दिक पांड्या पिछले 6 महीने से पीठ की चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे हैं।
जब युजवेंद्र चहल अपने खास प्रोगराम पर चहल टीवी पर हार्दिक पांड्या को लेकर आए तो उन्होंने इस दौरान उनके कमबैक के बारे में सवाल किया। इसका जवाब देते हुए हार्दिक ने कहा "6 महीने में मैने सबसे ज्यादा यहां का वातावरण मिस किया है, इंडिया के लिए खेलना, ये कपड़े (नीली जर्सी) पहनकर जो फीलिंग आती है। वो अब मेरे लिए मानसिक रूप से चुनौती बन गया था। इस दौरान काफी परेशानियां भी हुई है। मैं कोशिश कर रहा था कि जल्दी फिट हो जाऊं, लेकिन मैं फिट नहीं हो पा रहा था। उस समय मैं मानसिक रूप से दबाव में आ गया था। चीजें काफी उलझी-उलझी लगने लगी थी। टचवुड की सब ठीक हो गया और कमबैक में रिहैब अच्छा हुआ। काफी लोगों ने मेरी मदद की है इस दौरान।"
वापसी से पहले हार्दिक पांड्या ने मुंबई के घरेलू डी वाई पाटिल टी 20 टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का जल्वा दिखाते हुए दो शतक जड़े। इस दौरान उन्होंने एक पारी में 20 छक्के लगाकर नाबाद 158 रन भी बनाए। इस टूर्नामेंट के बारे में उन्होंने कहा "टूर्नामेंट इंपोर्टेंट तो था। साढे छे महीने तक मैंने एक भी मैच नहीं खेला था और मुझे इंटरनेशनल कमबैक भी करना था। मेरा कॉन्फीडेंस इंपोर्टेंट था, मैं चाहे जितनी प्रैक्टिस कर लूं, लेकिन मैच सिचुएशन अलग होती है।"
अपनी 158 रन की नाबाद पारी के बारे में उन्होंने कहा "बस मैं खेलता गया तो मेरा आत्मविश्वास बढ़ता गया, छक्के लगते गए तो मैं बोला लग ही रहे हैं तो रुकना क्यों है? 10 छक्के लगे तो मैं रुका नहीं और छक्के मारता गया। मैंने कभी सोचा नहीं था कि एक इनिंग में 20 छक्के मारूंगा।