कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में लॉकडाउन को लगे 2 महीने से भी ज्यादा का समय बीत चुका है जिसकी वजह से आम आदमी के साथ-साथ भारतीय क्रिकेटर भी बोरियत महसूस कर रहे हैं। बता दें, COVID-19 के कारण भारतीय टीम फरवरी से ही क्रिकेट से दूर हैं और जल्द से जल्द वापसी की मैदान पर उम्मीद कर रही है।
भारत के दिग्गज आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने गुरुवार को कहा कि वह अब बोरियत महसूस कर रहे हैं और मैदान पर उतरकर खेलने के लिये बेताब हैं। अश्विन ने सदगुरू के साथ आनलाइन बातचीत के दौरान कहा, ‘‘शुरुआत में मुझे लगा कि मैं ठीक हूं लेकिन अब मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं, मैं मैदान पर उतरकर खेलना चाहता हूं या ऐसा ही कुछ करना चाहता हूं, घर के अंदर मुझे ठीक महसूस नहीं हो रहा है।’’
इस बातचीत के दौरान अश्विन ने होस्ट की भूमिका निभाई और सदगुरू से कोविड-19 और अन्य मुद्दों पर बातचीत की। 33 साल के स्पिनर अश्विन चेन्नई में रहते हैं जहां अब तक खेल गतिविधियां बहाल नहीं हुई हैं।
गौरतलब है कि अश्विन को आईपीएल नीलामी 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब ने 7.6 करोड़ रुपये में खरीदा था। इस टीम के लिए अश्विन ने दो साल कप्तान की भूमिका निभाई। अश्विन की कप्तानी में आईपीएल 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब ने शानदार शुरुआत की, लेकिन दूसरे हाफ में टीम प्लेऑफ में क्वॉलिफाई करने मे नाकाम रही। आईपीएल 2019 में भी टीम का परफॉर्मेंस काफी खराब रहा।
रविचंद्रन ने हाल ही में आईपीएल फ्रैचाईंजी दिल्ली कैपिटल्स में जाने को लेकर बड़ा खुलासा किया था। अश्विन ने कहा था, "वह खिताब के लिए उन्हें फ्रंट रनर बनाने के इरादे से दिल्ली में शामिल हुए हैं। मैं एक फ्रेंचाइजी में आ रहा था जिसने पिछले सीजन में प्लेऑफ़ के लिए क्वॉलिफाई किया था। इस टीम में ऋषभ (पंत) और पृथ्वी (शॉ) सहित कुछ बहुत ही रोमांचक खिलाड़ी हैं। मुझे लगा कि मैं अपने अनुभव का इस्तेमाल फ्रेंचाइजी के लिए कर सकता हूं और टीम को और बेहतर बना सकता हूं। अगर मैं गेंदबाजी को मजबूत करने में मदद कर पाता हूं तो हम टाइटल के फ्रंट रनर्स बन सकते हैं। मैं इसी सोच के साथ इस टीम में आया हूं।''