2011 विश्व कप हर भारतीय क्रिकेट फ़ैंस के ज़हन में नक़्श है. हो भी क्यों न, आख़िर इंडिया ने 28 साल बाद विश्व जो जीता था. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए फ़ाइनल को आज भी लोग रिवाइंड करके बार बार देखते हैं. इस ऐतिहासिक मैच के साथ एक और याद जुड़ी हुई है और वो है तबके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का गगनचुंबी छक्का. ये एक ऐसा लम्हा था जब मैच देखने वाले भारतीय फ़ैंस की आंखों में ख़ुशी के आंसू आ गए थे. इंडिया ने माही के छक्के के साथ श्रीलंका को 6 विकेट से हराने के बाद विश्वकप पर एक बार फिर कब्जा किया था।
उस दिन को लेकर एमएस धोनी ने बड़ा खुलासा किया है. यूं तो धोनी कैप्टन कूल कहलाते थे जिनके चेहरे पर कभी कोई भाव नहीं आते थे लेकिन सात साल बाद धोनी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि विनिंग शॉट मारने के बाद उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. धोनी ने बताया कि उस वक्त वह इतने भावुक हो गए थे कि वे रो पड़े थे हालंकि कैमरे उनके आंसू पकड़ नही पाया.
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की किताब ‘डेमोक्रेसी- XI’ के अनुसार धोनी ने बताया कि कैमरे और लोगों की नज़रों से अपने आंसू छुपाने के लिए उन्होंने अपना चेहरा नीचे कर लिया था. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने विनिंग शॉट मारा था, उस वक्त स्पिनर हरभजन सिंह ने खुशी से उन्हें गले लगाया था, लेकिन किसी को ये नहीं पता था कि मेरी आंखों में आंसू थे.
धोनी ने कहा, ‘हां, मैं रोया था, लेकिन कैमरे में ये सब कैद नहीं हुआ। मैं काफी भावुक हो गया था और जैसे ही आंखों में खुशी के आंसू भरकर हरभजन सिंह ने मुझे गले लगाया मेरी आंखों में भी आंसू आ गए, लेकिन मैंने अपना सिर नीचे कर लिया ताकि किसी को मेरा रोना ना दिखाई दे।’