नागपुर: भारत के स्पिन गेंदबाज रविंद्र जडेजा ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय टीम की संरचना विरोधी टीम की शक्तियों और कमजोरियों पर निर्भर करती है। जडेजा ने यहां विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन 56 रन देकर 3 विकेट लिए। उनके साथी स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने 64 रन देकर 7 विकेट लिए। वहीं दक्षिणा अफ्रीका दौरे पर टीम में दो स्पिनर के खिलाये जाने के संबंध में जब जडेजा से यह सवाल किया गया कि क्या जब एक स्पिनर को खिलाने की बात होगी तो वह चुने जाएंगे या अश्विन इस पर जडेजा ने कहा कि जिस पर मेरा कंट्रोल नहीं है उसके बारे में मैं बात नहीं कर सकता।
यह पूछे जाने पर कि क्या दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी भारतीय टीम की संरचना यही होगी। जडेजा ने मजाक कहा, "क्या आपको यह प्रश्न पूछने की जरूरत हैं? अगर मैं कप्तान होता तो, मैं किसी और को गेंद ही नहीं देता। मैं एक छोर से गेंदबाजी करता रहता।"
हालांकि जडेजा ने संजीदा होत हुए कहा, "यह सब टीम के संतुलन पर निर्भर करता है। विदेशी दौरों पर हम यह आकलन करते हैं कि विपक्षी टीम में बाएं हाथ के खिलाड़ी ज्यादा है या दाएं हाथ के खिलाड़ी और उसी के मुताबिक टीम की रचना की जाती है।" रविंद्र जडेजा ने माना कि चयन का मुद्दा उनके नियंत्रण में नहीं है। जडेजा ने कहा, "मैं उसी नियंत्रित करने वाली चीजों को ही नियंत्रण में रख सकता हूं, मैं अच्छा करने की कोशिश करुं गा। जो मेरे नियंत्रण में नहीं उसके बारे में बात करने का कोई फायदा नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में जब मुझे खेलने का मौका मिलेगा, मैं अच्छा करने की कोशिश करुं गा।"
जडेजा ने आगे कहा, "जब मुझे आखरी बार खेलने का मौका मिला था तब अश्विन ने पहला टेस्ट मैच खेला था और मैंने दूसरा। इसलिए मैने कहा टीम की रचना विरोधी की शक्ति और कमजोरियों पर निर्भर करती है।"दूसरे टेस्ट मैच में अपनी गेंदबाजी पर जडेजा ने कहा, "मैंने आज जैसी गेंदबाजी की उससे मैं बहुत खुश हूं। पिच से मुझे कोई मदद नहीं मिली और मैं स्थानों पर गेंद डाल रहा था।"