30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स के समर में क्रिकेट का महासंग्राम विश्वकप 2019 खेला जाना है। जिसके लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने टीम इंडिया के 15 धुरंधर खिलाड़ियों का चयन कर बिगुल बजा दिया है। जिसमें भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक का नाम भी शामिल है। उन्हें टीम में महेंद्र सिंह धोनी के बाद दूसरे विकेटकीपर के तौर पर चुना गया। इस फैसलें से कई क्रिकेट पंडित और दिग्गज खुश तो कुछ लोगों ने कार्तिक की जगह ऋषभ पन्त को लाने की वकालत भी कर डाली।
हालाँकि चयनकर्ता एम.एस. के. प्रसाद ने कहा, “कार्तिक के पास पर्याप्त अनुभव है और धोनी के बाद हमें एक ऐसे विकेट कीपर की जरूरत है जो उस जगह पर समान रूप से फिट बैठ सके। इसलिए हमने कार्तिक को पंत के उपर तवज्जो दी है।”
ऐसे में 2004 में भारत के लिए बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ डेब्यू करने वाले दिनेश कार्तिक ने इंडिया टी. वी को दिए इंटरव्यू में अपनी ख़ुशी जताई व विश्वकप में मिलने वाली हर तरह की चुनौती के लिए खुद को शत प्रतिशत तैयार भी बताया।
विश्वकप के लिए भारतीय टीम में चयन के बाद कार्तिक ने कहा, “भारत के लिए विश्वकप खेलना मेरे लिए बहुत बड़ा पल है और मैं टीम का हिस्सा बन कर बहुत खुश हूँ।”
इसके बाद कार्तिक ने टीम इंडिया को निदहास ट्रॉफी में आखिरी गेंद पर छक्का मारकर जीतने वाले फिनिशर के रोल को याद करते हुए कहा, “हम हर स्थिति से मैच जीतने के लिए तैयार हैं। जाहिर सी बात है निदहास ट्रॉफी बहुत बड़ी जीत थी। अगर मुझे विश्वकप में उस तरह का रोल मिलता है तो मैं उसके लिए भी पूरी तरह से तैयार हूँ।”
नम्बर चार के लिए भी तैयार कार्तिक
हालाँकि टीम इंडिया के लिए इस समय वनडे टीम में चार नम्बर गले की फांस बना हुआ है। जिसका हल अभी तक निकल नहीं पाया है। टीम इंडिया ने पहले अंबाती रायुडू पर भरोसा जताया था लेकिन लगातार फेल होने के कारण उन्हें विश्वकप टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। जिसके चलते कार्तिक से जब नम्बर चार पर खेलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर अगर मुझे नम्बर चार पर खेलने का मौका मिलता है तो मैं अपने शत प्रतिशत देने की पूरी कोशिश करूंगा। नम्बर चार पर अभी भी जगह खाली है। मौका मिलते ही चौका मारना चाहूँगा।”
12 साल बाद फिर विश्वकप टीम का हिस्सा बने कार्तिक
बता दें कि कार्तिक 12 साल के लम्बे अंतराल के बाद टीम इंडिया के लिए एक बार फिर विश्वकप खेलने जा रहे है। ऐसे में वो इस बार चाहते है कि टीम इंडिया के साथ विश्वकप ले कर लौटे। क्योंकि 2007 विश्वकप टीम में भी वो धोनी के साथ दूसरे विकेटकीपर के तौर पर वेस्टइंडीज़ खेलने गये थे। जिस वर्ल्डकप में टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से ही हारकर बाहर हो गई थी।
ऐसे में कार्तिक ने 2007 के दुख:द पल को याद करते हुए कहा, “निश्चित तौर पर हम 2007 में हार गये थे वह अच्छा पल नहीं था। जो भी गलतिया हमने की थी उसे 2011 में नहीं दोहराई। जिससे हम विश्वकप जीतें तो महत्वपूर्ण बात ये है कि हम कितना गलतियों से सीखते हैं। उसी साल 2007 में हमने टी20 विश्वकप भी जीता। इसी तरह एक बार फिर मौका मिला है विश्वकप खेलने का और हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।”
टीम के चयन से खुश है कार्तिक
वहीं चयनकर्ताओं के द्वारा मिशन विश्वकप 2019 फ़तह के लिए चुनी गई टीम के बारे में कार्तिक ने कहा, “विश्वकप 2019के लिए चुनी गई टीम में संतुलन काफी अच्छा है। जो भी खिलाड़ी चुने गये हैं वो काफी लम्बे समय से लगातार क्रिकेट खेलते आ रहे हैं। वें सभी लगभग पिछले एक साल से साथ है और उन्होंने मिलकर काफी अच्छा किया है।”