पाकिस्तान के मुख्य कोच मिस्बाह-उल-हक ने कहा है कि वह गुलाबी गेंद से सभी टेस्ट मैच खेलने के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि यह खेल के सबसे लंबे प्रारूप की शुद्धता को खत्म कर देगा। मिस्बाह ने यह भी कहा कि ज्यादातर लोग लाल गेंद से पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले सबसे लंबे प्रारूप को देखना पसंद करेंगे।
मिस्बाह का ये बयान शेन वार्न सहित कई पूर्व क्रिकेटरों के उस सुझाव के बाद आया जिसनें उन्होंने कहा था कि खराब रोशनी की स्थिति का मुकाबला करने के लिए सभी टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आम तौर पर गुलाबी गेंद का उपयोग केवल तब किया जाता है जब टेस्ट मैच डे-नाइट होता है।
मिस्बाह-उल-हक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आधिकारिक वेबसाइट के लिए लिखे ब्लॉग में कहा, "जिस तरह से खराब रोशनी ने इस टेस्ट को प्रभावित किया है, उसके बारे में बहुत चर्चा हुई है। इन असामान्य परिस्थितियों में, इन मुद्दों पर बहस करने के लिए जगह है लेकिन गुलाबी गेंद लाल गेंद से बहुत अलग है और मुझे नहीं लगता है कि एक पूरे मैच के लिए दिन के उजाले में इसका इस्तेमाल करना एक अच्छा विचार है।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग टेस्ट क्रिकेट को पारंपरिक तरीके से खेलते देखना पसंद करते हैं, जिसका मतलब लाल गेंद से होता है - यही खेल की खूबसूरती है।" बता दें, इग्लैंड और पाकिस्तान के बीच दूसरे टेस्ट मैच में केवल 134.3 ओवर फेंके गए, जिसमें से 38.1 ओवर अंतिम दिन फेंके गए। ये पूरा मैच खराब रोशनी और बारिश के चलते प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि हम अंतिम टेस्ट में वापसी कर सकते हैं और यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तानी समर्थक हमारे साथ विश्वास को साझा करते हैं।" 3 मैचो की टेस्ट सीरीज का पहला मैच जीतने के बाद इंग्लैंड सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा है। अगला टेस्ट साउथैम्पटन में 21 अगस्त से खेला जाएगा।