राहुल द्रविड़ ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से की थी, लेकिन उन्हें राजस्थान रॉयल्स के साथ ज्यादा सफलता मिली। आरसीबी के साथ तीन सीजन बिताने के बाद द्रविड़ ने 2011 सीज़न से पहले राजस्थान रॉयल्स का रुख किया और फ्रैंचाइज़ी में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने बल्लेबाजी के अलावा मेंटर के रूप में भी काम किया।
द्रविड़ के आने के बाद राजस्थान रॉयल्स ने कई बेहतरीन खिलाड़ी टीम में शामिल किए। 2011 और 2012 में रॉयल्स क्रमश: छठे और सातवें स्थान पर रही, लेकिन इसके बाद के सीजन में फ्रैंचाइज़ी तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रही। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉज ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया।
द्रविड़ ने इनसाइट्स वर्सेज इनसाइट्स पैनल चर्चा में कहा, "हमने जिन चीजों पर ध्यान दिया उनमें से एक ब्रैड हॉज था ... जिसका ऑस्ट्रेलिया में शानदार T20I रिकॉर्ड था और उसने शायद 5-6 आईपीएल खेले थे और भारत में उसका रिकॉर्ड औसत या खराब था। एक बार जब हमने डेटा को करीब से देखा, तो हमें एहसास हुआ कि वह भारत में संघर्ष क्यों कर रहा है। वह स्पष्ट रूप से एक खिलाड़ी था जो तेज गेंदबाजी के खिलाफ बहुत अच्छा था, लेकिन बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी और लेग स्पिन के खिलाफ बहुत अच्छा नहीं था। लेकिन उनके पास तेज गेंदबाजी के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने की अविश्वसनीय ताकत थी।”
हॉज विंडीज बल्लेबाज क्रिस गेल या साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी एबी डिविलियर्स की तरह विस्फोटक टी20 बल्लेबाज नहीं थे, लेकिन राहुल द्रविड़ की रणनीति ने उन्हें IPL का प्रभावशाली खिलाड़ी बना दिया।
द्रविड़ ने कहा, ''हमने फैसला किया कि हम ब्रैड हॉज को नीलामी में खरीदेंगे और आखिरी के चार-पांच ओवरों में उससे बल्लेबाजी कराएंगे जिसमें विपक्षी टीमें अपने सर्वश्रेष्ठ डेथ गेंदबाजों से गेंदबाजी कराती हैं। हालांकि हॉज ऑस्ट्रेलिया में टॉप पॉजिशन पर बल्लेबाजी करते थे और उन्होंने शुरुआत में इससे इनकार किया लेकिन जब हमने उन्हें डेटा दिखाया तो वह तैयार हो गए।"
हॉज ने आईपीएल के पहले तीन सीज़न कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले लेकिन कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने 19 मैचों में केकेआर के लिए 476 रन बनाए, लेकिन राजस्थान में जाने के बाद से ही उनकी किस्मत बदल गई। अगले दो सत्रों में उनके बल्ले से 245 और 293 रन निकले। इस दौरान उनका स्ट्राईक रेट क्रमशः 140 और 134.40 का था।
द्रविड़ ने कहा, "जैसा कि हमने उनसे कहा था कि 'आप अंतिम पांच ओवरों में सर्वश्रेष्ठ हैं और बताया कि आप अब तक आईपीएल में असफल क्यों रहे हैं। अगर हॉज नंबर 3 पर खेलते तो बहुत कम रन बनाते, लेकिन हमने उन्हें खुद को साबित करने का अच्छा मौका दिया और उन्होंने अपने खेल से सबको चौंका दिया।"