कोरोनावायरस के कहर की वजह से मार्च से ही क्रिकेट ठप पड़ा है। कई देशों ने अपने यहां क्रिकेट को बहाल करने की योजनाएं बना ली है, वहीं कुछ देश अभी भी इस पर काम कर रहे हैं। इंग्लैंड ने तो वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए तारीखों का भी ऐलान कर दिया है। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली जाने वाली इस टेस्ट सीरीज से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी।
जब यह सीरीज खेलने दोनों टीम के खिलाड़ी मैदान पर उतरेंगे तो उन्हें आईसीसी के नए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। इन नियमों में गेंद पर लार के बैन से लेकर सामाजिक दूसरी जैसे कई नियम है। अब श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा का कहना है कि यह देखना रोचक होगा कि खिलाड़ी कैसी आईसीसी के इन दिशा निर्देशों का पालन करते हैं।
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष संगकारा ने स्टार स्पोटर्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ से कहा,‘‘स्पिनरों या तेज गेंदबाजों के लिये गेंद को चमकाने की प्रक्रिया स्वाभाविक है। वे बचपन से ऐसा करते आये हैं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘क्रिकेट सामाजिक खेल है। आप ड्रेसिंग रूम में समय बिताते हैं, बात करते हैं। ऐसे में बिना अभ्यास के सीधे खेलने आना और चुपचाप घर चले जाना। यह देखना रोचक होगा कि खिलाड़ी यह कैसे कर पाते हैं।"
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इसी बीच इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी को कोरोनावायरस से संक्रमित खिलाड़ी के सब्स्टीट्यूट के नियम का प्रस्ताव भेजा है।
ईसीबी के डायरेक्टर ऑफ स्पेशल प्रोजेक्ट्स स्टीव एलवर्थी ने स्काय स्पोर्ट्स को बताया "हां, कोविड-19 सब्स्टीट्यूट को लेकर आईसीसी को हमने प्रस्ताव भेजा था, जिस पर चर्चा हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इसे जल्द ही आईसीसी की मंजूरी मिल जाएगी। हालांकि, यह सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में भी अमल में लाया जाएगा। फिलहाल, वनडे और टी-20 में इसे नहीं लागू किया जाएगा।"
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इसी के साथ उन्होंने बताया "खिलाड़ी के कोरोना संक्रमित होने की सूरत में सबसे पहले स्टेडियम में मौजूद कोविड डॉक्टर और इंग्लैंड के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दी जाएगी और फिर संबंधित खिलाड़ी को आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा।"
यह नियम बिल्कुल कन्कशन की तरह ही होगा, जब कोई गेंदबाज मैच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाया जाएगा तो उसकी जगह गेंदबाज को ही मैच में जगह मिलेगा और बल्लेबाजों के साथ भी ऐसा ही होगा।