जोहानिसबर्ग| दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला ने युवा तेज गेंदबाज लुंगी नगिदी द्वारा ब्लैक लाइव्स मैटर नाम के आंदोलन के पक्ष में बोलने पर उनका समर्थन किया है और कहा है कि वह हर उस इंसान के साथ खड़े हैं, जिनका उत्पीड़न हुआ है। नगिदी ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को ब्लैक लाइव्स मैटर नाम के आंदोलन के साथ खड़े होना चाहिए।
अमला ने इस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "ब्लैक लाइव्स मैटर का हर किसी के लिए औचित्य है। क्यों?"
अमला ने लिखा, "इस्लामिक परंपरा में यह माना जाता है पहला इंसान एडम अश्वेत था इसलिए पूरी इंसानियत को इस गर्व करने वाली विरासत से संबंध है और इसलिए अश्वेत होने में किसी तरह की हिचक नहीं होनी चाहिए। यह उन लोगों के लिए चीजें स्पष्ट कर देती है जो सोचते हैं कि श्वेत, अश्वेतों पर हावी हैं या अश्वेत, श्वेतों पर हावी हैं, या एक राष्ट्रीयता दूसरी से बढ़कर है, यह सिर्फ भ्रम है। हां, यह सही है.. भ्रम के सिवाय कुछ नहीं।"
उन्होंने कहा, "हालांकि हम में से अधिकतर लोगों ने जिसमें मैं भी शामिल हूं, इस भ्रम का सामना किया है और हमारे पास बताने के लिए कई अजीब कहानियां हैं, इसलिए युवा लुंगी नगिदी का इसका प्रतिनिधित्व करना काबिलेतारीफ है। धन्यवाद दोस्त और उन सभी को भी जो अपने तरीके से इस काम में शामिल हुए।"
उन्होंने कहा, "मैं अपने लिए बोलता हूं और जो लोग इस बात को मानते हैं कि नस्लीय होना अपने लिए और समाज में हो रहे बदलाव के लिए दुखदायी है। इस देश में कई उत्पीड़ित लोग हैं और पूरे विश्व में सभी रंगों, सभी तरह की जिंदगी जीने वाले लोग हैं, जिसमें क्रिकेट भी शामिल है। हालांकि काली चमड़ी वाले लोगों को बहुत कुछ झेलना पड़ता है।"
उन्होंने कहा, "सभी के लिए न्याय ही असल मायने में न्याय है, जो लोगों की जिंदगी में शांति ला सकता है बाकी सब दुर्भाग्यवश भ्रम है। तो क्यों अश्वेत लोगों की जिंदगी हमारे लिए मायने रखती है?.. क्योंकि हम सभी काले हैं (मेरे लिए)।"
उन्होंने इस पोस्ट में अपनी और नगिदी की फोटो भी लगाई है और लिखा, "मैं हर उस इंसान के साथ खड़ा हूं जो उत्पीड़ित है। मैं लुंगी नगिदी के साथ भी खड़ा हूं। यह फोटो उनके 2018 में किए गए पदार्पण की है।"
बता दें कि अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो जाने के बाद से पूरे विश्व में ब्लैक लाइव्स मैटर नाम के आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है।