कोलकाता: श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल ने कुछ दिनों पहले एक बयान दिया था जिसे लेकर उनकी काफ़ी फ़ज़ीहत हुई थी. उन्होंने कहा था कि उन्होंने यूएई में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में क्लीन स्वीप करने से पहले ‘मेयनी’ यानि जादू टोना करने वाले का आशीर्वाद लिया था. उनका इस बयान की गूंज भारत दौरे पर भी सुनाई दी. उनसे आज यहां पूछा गया कि क्या उन्होंने भारत के कड़े दौरे से पहले किसी जादू टोना करने वाले (तांत्रिक) से आशीर्वाद लिया है तो उन्होंने तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन टीम मैनेजर असांका गुरूसिंघा तुरंत ही उनके बचाव में आ गये.
टीम मैनेजर और पूर्व श्रीलंकाई बल्लेबाज गुरूसिंघा ने इस बहस को खास तवज्जो नहीं दी और कहा कि वे मैदान पर प्रदर्शन करने में विश्वास करते हैं और भारत के खिलाफ 16 नवंबर से शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये तैयार हैं. गुरूसिंघा ने कहा, ‘‘उसने स्वदेश में तब कुछ सवालों के जवाब दिये थे। क्रिकेट में आपको मैदान पर प्रदर्शन करना होता है. हर खिलाड़ी ऐसा करता है. श्रीलंकाई टीम भी ऐसा करने पर विश्वास करती है. हां, हमारी आप सभी की तरह धार्मिक मान्यताएं हैं लेकिन आखिर में आपको मैदान पर उतर कर अच्छा प्रदर्शन करना होता है.’’
श्रीलंका के चयनकर्ताओं ने खराब फार्म में चल रहे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कुसाल मेंडिस को इस श्रृंखला के लिये नहीं चुना. वह भारत के खिलाफ एसएससी में दूसरे टेस्ट मैच में शतक जड़ने के बाद अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने पिछली 13 पारियों में अर्धशतक नहीं जमाया। गुरूसिंघा जो कि चयनकर्ता भी हैं, ने हालांकि मेंडिस का बचाव किया और कहा कि वह दमदार वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि वह हमारे भविष्य के खिलाड़ियों में से एक है। उसे इस दौर से बाहर निकलने में मदद करना हमारा काम है। अगर हम उसे यहां लेकर आते और वह नाकाम रहता तो फिर हो सकता था कि वह एक-डेढ़ साल तक टीम में वापसी हीं नहीं कर पाता। हम ऐसा नहीं चाहते। हमारे पास उसके लिये कुछ योजनाएं हैं। हम चाहते हैं कि वह अभी घरेलू क्रिकेट में खेले। मुझे पूरा विश्वास है कि वह दमदार वापसी करेगा। ’’
श्रीलंका इस दौरे में तीन टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा।