गोल्ड कोस्ट। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और फिर एकमात्र दिन-रात्रि टेस्ट में नहीं खेलने के बाद टीम में शामिल हुई भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्हें हर हालत में मेजबान के खिलाफ तीन मैचों की ट्वेंटी20 श्रृंखला में जीत हासिल करनी होगी। भारतीय महिला टीम तीन मैचों की वनडे श्रृंखला 1-2 से हार गयी थी जिसके बाद ऐतिहासिक गुलाबी गेंद का टेस्ट ड्रा रहा था। लेकिन हरमनप्रीत अंगूठे की चोट के कारण वनडे और टेस्ट दोनों में नहीं खेल पायी थी। अब वह इस चोट से उबर चुकी हैं और टी20 श्रृंखला में जीत दर्ज करके इस दौरे का अंत करने के लिये बेताब हैं।
हरमनप्रीत ने गुरूवार को पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा,‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं वनडे और टेस्ट में नहीं खेल पायी लेकिन अगर वनडे और टेस्ट मैच के बीच और समय होता तो मैं चोट से उबरकर खेल सकती थी। लेकिन अब यह बीती बात है।’’
उन्होंने कहा,‘‘अब हम मैदान पर जाकर अपना सर्वश्रेष्ठ करके हर हालत में श्रृंखला जीतना चाहते हैं। ये तीन मैच हमारे लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं।’’
हरमनप्रीत ने कहा कि एक दौरे पर सभी तीनों प्रारूपों में खेलने का मौका मिलना महिला क्रिकेट के लिये अच्छा संकेत है।
उन्होंने कहा,‘‘इससे पहले हम ज्यादातर वनडे और टी20 ही खेला करते थे लेकिन अब हमें सभी तीनों प्रारूपों में खेलने का मौका मिल रहा है जो हमारे लिये अच्छा है। मुझे लगता है कि हर किसी को बराबरी का मौका मिलना चाहिए।’’
उन्होंने कहा,‘‘इस श्रृंखला से पहले हम करीब एक साल के बाद दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से खेले थे लेकिन मैं कह सकती हूं कि हम अब अच्छी फार्म में हैं।’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘लगातार क्रिकेट खेलने से टीम को हर विभाग में सुधार करने में मदद मिलती है। ’’
उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिये ‘बायो-बबल’ में रहकर महामारी के बीच क्रिकेट खेलना मुश्किल था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें पिछले एक साल में क्रिकेट खेलने को नहीं मिला था और फिर हमें मौका मिला। लेकिन बायो-बबल में रहना, दोस्तों और परिवार से लंबे समय तक दूर रहना तथा सभी नियम और कायदों का पालन करना मुश्किल था। लेकिन ऐसा ही है।’’