नई दिल्ली। टर्बनेटर के नाम से मशहूर अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने आज ही के दिन 11 मार्च 2001 को टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने की उपलब्धि हासिल की थी। हरभजन टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने थे। उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया था।
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हरभजन ने अपनी उस हैट्रिक को एक बार फिर से याद किया है और कहा है कि इस उपलब्धि ने उनकी जिंदगी बदल दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, " वह पल, जिसने मेरी पूरी जिंदगी बदल दी। हैट्रिक, धन्यवाद बीसीसीआई।"
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40 साल के हरभजन उस समय केवल 20 ही साल के थे जब उन्होंने आस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान लगातार तीन गेंदों पर रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वार्न का विकेट लेकर अपनी हैट्रिक पूरी की थी।
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भारत ने उस सीरीज में पहला टेस्ट हारने के बाद अगले दो टेस्ट जीतकर सीरीज 2-1 से जीत ली थी।
हरभजन ने हाल में भारत के आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान आईएएनएस से कहा था, " यह मेरे जीवन का एक बहुत ही खास पल था। उस हैट्रिक ने मुझे बहुत पहचान दी, बहुत विश्वास था कि मैं यह कर सकता था (एक शीर्ष टीम के खिलाफ उच्चतम स्तर पर)। मुझे ऐसा लग रहा था कि अगर मैं ऐसी टीम के खिलाफ यह कर सकता हूं तो मैं किसी भी टीम के खिलाफ यह कर सकता हूं। यह एक ऐसी चीज है जो मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जैसा कि मैंने कहा, क्योंकि इससे मुझे पहचान मिली और लोगों ने अचानक मुझ पर भरोसा करना शुरू कर दिया।"