भारतीय क्रिकेट टीम के टर्बनेटर कहे जाने वाले स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में सोशल मीडिया के माध्यम लगातार जागरुकता फैला रहे हैं। महामारी का रूप ले चुकी कोरोना वायरस के कारण संकट की इस स्थिति में हरभजन का मानना है कि वह इस समय क्रिकेट के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोच नहीं रहे हैं। हरभजन लंबे समय से नेशनल टीम से बाहर चल रहे हैं कि लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में वे सीएसके के लिए खेलते हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान हरभजन ने कहा, ''पिछले 15 दिनों में मैंने क्रिकेट या फिर आईपीएल के बारे में मैंने सोचा भी नहीं है, अगर मैं ऐसा सोचता हूं तो निश्चित तौर मैं एक स्वार्थी इंसान हूं। देश सामने आए इस संकट के सामने क्रिकेट अभी कुछ भी नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''यह एकजुटका समय है यह समय है कि आपसे जितना हो सके इस कठीन परिस्थिति में देश की मदद के लिए आगे आएं।''
आपको बता दें कि हरभजन सिंह आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इस टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। हालांकि मौजूदा हालात को देखते हुए इसे रद्द भी किया का सकता है।
कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है, जिसके कारण हजारों की संख्या में मजदूर और गरीब तबके लोग शहरों से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।
इस खराब स्थिति पर हरभन ने कहा, ''लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए था। उनके पास रहने के लिए घर नहीं है खाने के लिए राशन नहीं है। सरकार को ये सभी चीजे मुहैया करानी चाहिए लेकिन इस बीच यह देखने में आ रहा है कि लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर अपने-अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। यह देखना बेहद की दुखदायी है।''
हालांकि लॉकडाउन पर सरकार का समर्थन करते हुए उन्होने कहा, '' किसी को नहीं पता था कि हालात ऐसे हो जाएंगे कि लॉकडाउन करना पड़ेगा। चीजें बहुत तेजी से बदली जिसके कारण सरकार के पास कुछ सोचने का समय नहीं मिला। मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार के इस फैसले के बाद जल्द की स्थिति में सुधार होगा।''
पलायन कर रहे लोगों को लेकर हरभजन ने कहा, ''मैं समझ सकता हूं कि लोग क्यों पलायन कर रहे हैं। उनकी अपनी मजबूरी है इस समय वे भी चाहते हैं कि वह अपने अपनें घर परिवार के साथ रहे।''