जिम्बाब्वे के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा ने शुक्रवार को अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 मैच में तूफानी पारी खेलते हुए अपने 18 साल लंबे करियर को अलविदा कह दिया। हैमिल्टन मसाकाद्जा ने इस मैच में महज 42 गेंदों में 71 रन की धुआंधार पारी खेलते हुए जिम्बाब्वे को 7 विकेट से जीत दिलाई। इस पारी में उन्होंने 4 चौके और 5 छक्के लगाए। टी-20 क्रिकेट में मसाकाद्जा की ये 11वीं फिफ्टी थी।
इसके साथ ही मसाकाद्जा और जिम्बाब्वे की टीम का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया। दरअसल, हैमिल्टन मसाकाद्जा करियर के आखिरी टी-20 इंटरनेशनल मैच में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। यही नहीं, जिम्बाब्वे ने पहली बार अफगानिस्तान को टी-20 मैच में मात दी। इससे पहले दोनों टीमों के बीच कुल 8 बार मुकाबला हुआ था लेकिन जिम्बाब्वे को सभी में हार का मुंह देखना पड़ा था।
हैमिल्टन मसाकाद्जा जिम्बाब्वे की ओर टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है। मसाकाद्जा ने इस फॉर्मेट में 66 पारियों में 25.96 की औसत से 1662 रन बनाए हैं। उनके नाम 38 टेस्ट मैचों में 2223 और 209 वनडे में 5658 रन दर्ज हैं। वनडे और टेस्ट में दोनों में उन्होंने 5-5 शतक जड़े हैं।
दूसरी तरफ इस हार के साथ ही अफगानिस्तान का टी-20 क्रिकेट में विजयी रथ थम गया जो पिछले 12 मैचों से चला आ रहा था। आखिरी बार अफगानिस्तान की टीम को साल 2017 में वेस्टइंडीज ने हराया था। यही नहीं, एशिया में अफगानिस्तान को 21 मैच बाद हार झेलनी पड़ी है। आखिरी बार उसे साल 2016 में भारत में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने हराया था।
गौरतलब है कि इस मैच में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रहमानुल्लाह गुरबाज की 61 रन की पारी की बदौलत 8 विकेट पर 155 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में जिम्बाब्वे ने 3 विकेट खोकर इल लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया।