नई दिल्ली: कोलकाता में हरी भरी पिच में जबरदस्त प्रदर्शन करने के बाद अब बारी है, नागपुर की... जहां पर एक बार फिर से हरी पिच पर विराट अपनी टीम का इम्तिहान लेंगे। आपको जानकर हैरानी होगी 13 साल पहले उस वक्त के कप्तान सौरव गांगुली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में नहीं खेले थे। दादा को अनफिट बताया गया था। भज्जी भी इस टेस्ट का हिस्सा नहीं बने थे। लेकिन जानकारों के मुताबिक दादा के इस फैसले की असली वजह नागपुर की हरी भरी विकेट थी। जो ऑस्ट्रेलिया का साथ दे रहा थी।
2004 में नागपुर विकेट पर गांगुली ने कहा था ''सुनिए हम घर में खेल रहे हैं, हमारी मुख्य ताकत स्पिन है, लेकिन इस तरह के विकेट से हमको मदद नहीं मिलेगी, मैंने कुछ दिन पहले ग्राउंडमैन से घास काटने को कहा था, लेकिन पिच क्यूरेटर यहां पर इंचार्ज है, उसकी खुद की सोच है।'' इस टेस्ट में भारत को हरी पिच की वजह से हार का सामना करना पड़ा था। दादा और हरभजन सिंह के नहीं खेलने पर मैथ्यू हैडन ने मजाक भी बनाया। हैडन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी स्टैंडिंग माई ग्राउंड में लिखा है, ''जब गांगुली और भज्जी हरी पिच देख रहे थे, तो ऐसा लग रहा था जैसे ओले पड़ने के बाद किसान बर्बाद फसल को देखते हैं। हमको लग रहा था कि दोनों इस टेस्ट में नहीं खेलेंगे और हुआ भी ऐसी ही।
लेकिन आज इसी शहर में विराट हरी पिच पर ही टेस्ट खेलना चाहते हैं हालांकि स्टेडियम अलग जरूर है लेकिन शहर वही है जहां पर पिच को लेकर हर बार बवाल होता रहा है। 2 साल पहले भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नागपुर में टेस्ट खेला गया था। 3 दिन में ही भारत ने जीत दर्ज की थी। इस टेस्ट में अफ्रीका के 20 विकेट स्पिनर्स ने लिए थे। हालांकि आईसीसी ने पिच को खराब बताते हुए गुस्सा जाहिर की थी।
कोलकाता टेस्ट में हरी पिच बनाने पर आलोचकों ने सौरव गांगुली पर ही सवाल उठाए थे लेकिन हरा प्लान खुद टीम इंडिया की मांग थी। ये उस कप्तान की सोच बता रही है जो कल की जीत के लिए आज कुछ भी दांव पर लगाने के लिए तैयार है जो ड्रॉ में भी खुश है क्योंकि वो जानता है आज इम्तिहान लेगा तो कल इसका ईनाम भी मिलेगा।