मेलबर्न| ऑस्ट्रेलिया के आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने स्वीकार किया कि उनका टेस्ट करियर अब समाप्त हो चुका है और वह अपना ध्यान केवल सीमित ओवरों की क्रिकेट पर लगा रहे हैं जिसमें अगले तीन वर्षों में तीन विश्व कप होने हैं। मैक्सवेल को टेस्ट मैचों में जितने भी मौके मिले उनमें वह सीमित ओवरों के अपने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे।
उन्होंने सात टेस्ट मैच खेले जिनमें से आखिरी मैच बांग्लादेश में 2017 में खेला था। भारत के खिलाफ हाल में ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। इस सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया का मध्यक्रम जूझता हुआ नजर आया लेकिन इसके बावजूद मैक्सवेल को वापसी की उम्मीद नहीं है।
हेरल्ड सन समाचार पत्र के अनुसार इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि मैं उसके (टेस्ट टीम में वापसी) आसपास भी हूं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘वे यह जानते हैं कि वे क्या चाहते हैं। उनके पास अभी ऐसे क्रिकेटर हैं जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट के बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। कैमरन ग्रीन सुपरस्टार बनने जा रहा है। इसके अलावा पक (विल पुकोवस्की) है, ट्रेविस हेड है जिसका औसत टेस्ट मैचों में 40 के आसपास है। उनके पास काफी अच्छे खिलाड़ी हैं।’’
मैक्सवेल 2021 और 2022 में होने वाले टी20 विश्व कप और 2023 के वन डे विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 2013 में भारत के खिलाफ पदार्पण किया था और अपना एकमात्र टेस्ट शतक 2017 में इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बनाया था।
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