संजू सैमसन ने 2015 की शुरुआत में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था, लेकिन अब तक वह विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर टीम इंडिया में जगह बनाने में सफल नहीं हो पाए हैं। इस साल की शुरुआत में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ T20I सीरीज में खेलने का मौका मिला था लेकिन एक बार फिर वह बल्ले से कमाल दिखाने में नाकाम रहे। यही वजह है कि अब संजू मुश्किल मुश्किल हालात से निपटने के लिए एमएस धोनी के कदमों पर चलने का विचार कर रहे हैं।
संजू सैमसनयह पूर्व कप्तान धोनी के कूल माइंड से काफी प्रभावित है और वह अपने खेल में इसी विशेषता को लाने की कोशिश कर रहे हैं। सैमसन ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "एमएस धोनी का शांत रहना और कठिन परिस्थितियों में फोकस रहना एक ऐसी चीज है, जिसे मैं अपने खेल और बल्लेबाजी में शामिल करना चाहूंगा।"
सैमसन का मानना है कि इस पीढ़ी के विकेटकीपरों के लिए अपने बैटिंग स्किल पर काम करना बहुत जरूरी है। सैमसन का मानना है कि यह एडम गिलक्रिस्ट और फिर एमएस धोनी थे जिन्होंने आधुनिक समय के विकेटकीपर-बल्लेबाजों की परिभाषा बदल दी।
उन्होंने कहा, "आज के समय में सबी विकेट-कीपर शीर्ष बल्लेबाज़ हैं। आप देख सकते हैं कि इस समय दुनिया भर में अधिकांश विकेटकीपर शानदार बल्लेबाज़ हैं। एडम गिलक्रिस्ट ने कीपर के लिए खेल को बदलकर रख दिया और एमएस धोनी ने भी मध्यक्रम में कुछ इसी तरह का प्रदर्शन किया।" संजू ने कहा, "अब विकेटकीपर होना लगभग एक मानक है जो एक बहुत अच्छा शीर्ष या मध्य क्रम का बल्लेबाज होता है। यह टीम में ऑलराउंडर के तौर पर मदद करता है।"
गौरतलब है कि संजू सैमसन ने भारत की ओर से 4 T20I मैच खेले हैं जिनमें वह सिर्फ 35 रनों का योगदान ही दे सके हैं। हालांकि 55 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 37.64 की औसत से 3162 रन बनाए हैं। इसमें 10 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। लिस्ट-ए मैचों में भी उनके नाम 2324 रन दर्ज हैं।