नई दिल्ली: पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने महेंद्र सिंह धोनी को भारत का सर्वश्रेष्ठ वनडे कप्तान करार दिया और कहा कि उनका दौर अभी खत्म नहीं हुआ है और वह अभी भारतीय क्रिकेट में काफी योगदान दे सकते हैं।
वही धोनी के लिए पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सम्मान की मांग करते हुए कहा कि कप्तान के रूप में वनडे में उनका बेजोड़ रिकार्ड है और उन्हें फैसला करने के लिये पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए
बांग्लादेश के खिलाफ भारत तीन मैचों की श्रृंखला के पहले दोनों मैच हार गया जिसके बाद धोनी ने कहा कि यदि भारतीय क्रिकेट को मदद मिलती है तो वह कप्तानी छोड़ने के लिये तैयार हैं। गावस्कर ने हालांकि कहा कि यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी और इसका फैसला धोनी पर छोड़ देना चाहिए।
गांगुली ने किया धोनी का बचाव
गांगुली ने कहा कि किसी को भी उनकी इस बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए क्योंकि धोनी ने निराशा में ऐसी बात की।
गांगुली ने एक टीवी चैनल से कहा, उन्होंने मौके की नजाकत के अनुसार यह बात कर दी और यह सही नहीं है। वह हार से परेशान था। उस बात को वहीं छोड़ दो। सभी को बैठकर सोचना होगा। एम एस धोनी को नीचा मत दिखाओ। उनका वनडे में शानदार रिकार्ड है। उन्हें सम्मान दो।
गावस्कर भी धोनी के पक्ष में उतरें
गावस्कर ने कहा, धोनी इसके लिये सम्मान के हकदार है और यह फैसला उन्हें करना है कि क्या वह इस पद के लिये खुद को उपयुक्त मानते हैं या फिर उनमें अभी जोश बाकी है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें कप्तानी से हटाना सही होगा। यह फैसला उन पर छोड़ देना चाहिए। वह अब तक भारत का सर्वश्रेष्ठ कप्तान है।
उन्होंने हर उपलब्धि हासिल की चाहे वह टी20, वनडे, चैंपियन्स ट्राफी या विश्व कप हो। वह भारत को टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक रैकिंग तक ले गये। इसलिए उनकी उपलब्धियां अनगिनत हैं।
गावस्कर से पूछा गया कि धोनी का अब भी वनडे कप्तान होना क्या भारतीय क्रिकेट के लिये फायदेमंद है उन्होंने कहा, हां मेरा मानना है कि उनका कप्तान होना भारतीय क्रिकेट के लिये फायदेमंद है। वह अभी काफी योगदान दे सकते हैं।
गावस्कर ने कहा, हां बांग्लादेश के खिलाफ परिणाम दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इसके लिये कुछ श्रेय बांग्लादेश को भी दीजिए। उन्होंने बेहतरीन क्रिकेट का नजारा पेश किया। बांग्लादेश के पास एक नया गेंदबाज : मुस्तफीजुर रहमान : है और भारतीय बल्लेबाजों के पास उसकी बायें हाथ से की गयी कोण लेती गेंदों का कोई जवाब नहीं है। मैं समझता हूं कि बांग्लादेश से हार को पचाना आसान नहीं लेकिन हमें जल्दी में कोई प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए।