नई दिल्ली: महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर, कप्तान विराट कोहली, चीफ़ कोच रवि शास्त्री और पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग के बाद अब एक और स्टार बल्लेबाज पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बचाव में खड़ा हो गया है. टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने धोनी के आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि धोनी ने जो टीम के लिए किया है, वो हर कोई नहीं कर सकता। जब टीम का बुरा वक्त चल रहा था, तब उन्होंने बखूबी टीम को संभाला. धोनी जिस श्रेय के हकदार हैं, वो उन्हें मिलना चाहिए.
धोनी की कप्तानी में खेल चुके गंभीर ने कहा, 'जहां ज़रूरी है वहां श्रेय दिया जाना चाहिए. अच्छा वक्त हर कोई संभाल लेता है, लेकिन जिस तरह धोनी ने टीम को लड़खड़ाने से बचाया है, वो काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया नें जब हम बुरा प्रदर्शन कर रहे थे, तो वो बहुत शांत थे. मुझे लगता है कि उन्हें क्रेडिट दिया जाना चाहिए.
गंभीर ने ये भी कहा कि उन्होंने खेल का सबसे ज़्यादा मज़ा धोनी की कप्तानी में ही लिया. 'मैंने सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, विरेंद्र सहवाग और धोनी की कप्तानी में खेला हूं. मुझे लगता है कि मैंने सबसे ज्यादा इंज्वॉय धोनी की कप्तानी में किया. वो बहुत ही शांत और कूल हैं. वो चीजों को बहुत ही सिंपल रखते हैं जोकि बहुत अच्छा है।'
बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों आलोचकों के निशाने पर हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा टी20 मैच हारने के बाद सभी ने हार का ठीकरा उनके सिर फोड़ते हुए कहा था कि अब उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. इसपर टीम के कप्तान विराट कोहली ने नाराज़गी जताते हुए कहा था कि धोनी को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है. कोहली ने कहा था, 'मुझे समझ नहीं आता लोग सिर्फ उन पर (धोनी) पर उंगली क्यों उठा रहे हैं, अगर मैं तीन मैच में रन न बनाऊं, तो मेरे ऊपर कोई उंगली नहीं उठाएगा, क्योंकि मैं 35 साल का नहीं हूं, तो उनके साथ ऐसा क्यों? राजकोट में उस समय स्थिति ऐसी थी, कि अगर हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी के लिए आते, तो वो भी रन नहीं बना सकते थे, किसी को भी धोनी पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है.'
चीफ़ कोच रवि शास्त्री ने भी कहा है कि कुछ बुरे लोग धोनी का करिअर समाप्त करने पर आमादा हैं.