नयी दिल्ली: दिल्ली की टीम आंध्रप्रदेश के खिलाफ गुरुवार से रणजी ट्रॉफी ग्रुप लीग मैच में खेलेगी तो सभी की नजरें गौतम गंभीर पर टिकी होंगी जो आखिरी बार क्रिकेट मैदान में उतरेंगे। दिल्ली की ओर से खेलने वाले सबसे बड़े नामों में से एक गंभीर फिरोजशाह कोटला मैदान पर संन्यास लेंगे। दिल्ली की टीम चाहती कि गंभीर कम से कम मौजूदा सीजन पूरा खेलें लेकिन आईपीएल में अच्छा करार नहीं मिल पाने की आशंका के बीच गंभीर ने संन्यास लेना ही सही समझा।
किसी भी खिलाड़ी के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के साथ संन्यास लेना सपना होता है लेकिन गंभीर खुश हैं कि वह अपनी शर्तों पर संन्यास ले रहे हैं। मौजूदा चैंपियनशिप में दिल्ली की स्थिति काफी अच्छी नहीं है। नियमित कप्तान नितीश राणा और हिम्मत सिंह नेशनल टीम (एमर्जिंग भारत टीम) के साथ जुड़े हुए हैं और ऐसे में टीम को गंभीर के अनुभव की जरूरत थी क्योंकि एक या दो खराब नतीजे उसे नॉकआउट की दौड़ से बाहर कर सकते हैं।
दिल्ली के कोच मिथुन मन्हास तीन खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका देने की योजना बना रहे हैं। अंडर 23 कप्तान जोंटी सिद्धू को डेब्यू का मौका मिल सकता है जिसकी अंडर 19 और अंडर 23 लेवल पर अच्छे प्रदर्शन के बाद सभी को उम्मीद थी।
भारतीय अंडर 19 टीम के पूर्व कप्तान जोंटी प्लेइंग इलेवन में कप्तान राणा की जगह लेंगे जबकि टीम की अगुआई ध्रुव शोरे करेंगे। बायें हाथ के स्पिनर शिवांक वशिष्ठ को भी डेब्यू का मौका मिल सकता है जबकि हिम्मत की जगह अनुभवी वैभव रावल को टीम में जगह मिल सकती है।