दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण के कारण संसद में अपनी मीटिंग छोड़कर गंभीर इंदौर टेस्ट मैच में ना सिर्फ कमेंट्री करते दिखाई दिए बल्कि इंदौरी जलेबी का लुफ्त भी उठाते दिखे। जिसके बाद से दिल्ली की जनता और विरोधी पार्टी के नेता गंभीर का जमकर ना सिर्फ मजाक उड़ा रहे हैं बल्कि उन्हें लापरवाह भी बता रहे हैं। इससे इतर क्रिकेटर से पूर्वी दिल्ली के सांसद बने गौतम गंभीर ने हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर फिर एक बेबाक बयान दिया है। जिसके चलते वो सोशल मीडिया में काफी ट्रोल हो रहे हैं।
गंभीर ने धोनी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी वजह से वो विश्वकप 2011 के फ़ाइनल में शतक लगाने चूक गए। जिसका मलाल उन्हें आज भी रहता है। जैसा कि सभी जानते हैं कि आईसीसी विश्वकप 2011 के फ़ाइनल मुकाबले में गौतम गंभीर ने मैच जीताऊ 97 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस तरह सिर्फ 3 रन से शतक न बना पाने का कारण अक्सर गंभीर से पूछा जाता रहा है। जिसको लेकर उन्होंने अब दिलचस्प खुलासा किया है।
गंभीर ने 'द लल्लन टॉप' को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझसे यह सवाल कई बार पूछा गया है कि जब मैं 97 पर था तब क्या हुआ था। मैं हर युवा और हर व्यक्ति को बताता हूं कि 97 पर पहुंचने से पहले मैंने कभी अपने व्यक्तिगत स्कोर के बारे में नहीं सोचा था। मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका का टारगेट सेट था। मुझे याद है कि जब एक ओवर पूरा हुआ तो मैं और धोनी क्रीज पर थे। उन्होंने मुझसे कहा कि 'ये तीन रन शेष हैं, इन तीनों रन को हासिल करो और तुम्हारा शतक पूरा होगा।'
ऐसे में गंभीर को लगता है की शतक के बारे में याद दिलाकर धोनी ने दिमाग में अतिरिक्त दबाव दाल दिया था। जिसके चलते वो अपना विकेट गंवा बैठे। जिस पर गंभीर ने कहा, "अचानक, जब आपका मन आपके व्यक्तिगत प्रदर्शन, व्यक्तिगत स्कोर की ओर जाता है, तब, कहीं न कहीं, आपको थोड़ी घबड़ाहट महसूस होती है। इससे पहले, मेरा टारगेट केवल श्रीलंका के लक्ष्य का पीछा करना था। अगर केवल वह लक्ष्य मेरे दिमाग में रहता, तो शायद, मैं आसानी से अपना शतक बना लेता।'
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब गंभीर ने धोनी पर आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी गंभीर अक्सर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि जबसे गंभीर ने अपने इस राज से पर्दा उठाया है तबसे सोशल मीडिया पर धोनी के फैंस का उन्हें शिकार होना पड़ रहा है।