कभी टीम इंडिया का अहम हिस्सा रहे गौतम गंभीर ने बीसीसीआई पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि बोर्ड ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने में ठोस कदम नहीं उठाए। गंभीर ने प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय और सीईओ राहुल जोहरी की मौजूदगी में बीसीसीआई पर कई सवाल खड़े किए। गंभीर ने कहा कि बीसीसीआई ने टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए वो जरूरी कदम नहीं उठाए जो उठाए जाने चाहिए थे। गंभीर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं और यहां भी उन्होंने बीसीसीआई पर आरोप लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
गंभीर ने कहा, 'मेरा मानना है कि बीसीसीआई ने वनडे और टी20 का काफी प्रचार-प्रसार किया। लेकिन जब बात टेस्ट क्रिकेट की आई तो उनकी कोशिश कहीं भी नहीं दिखी। साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया वो टेस्ट मुझे आज भी याद है। उस मैच में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण जैसे सितारे खेल रहे थे, मैच ईडन गार्डन्स में हो रहा था। लेकिन इसके बावजूद स्टेडियम में सिर्फ 1,000 दर्शक ही मौजूद थे। आप सोच भी नहीं सकते कि बड़े-बड़े खिलाड़ी किसी मैच में खेल रहे हों और मैच देखने के लिए सिर्फ मुट्ठी भर दर्शक ही स्टेडियम में मौजूद हों।'
वहीं, हरभजन सिंह ने भी मामले पर बोलते हुए कहा कि टेस्ट मैचों को भारत के दूसरी श्रेणी के शहरों में आयोजित करना चाहिए। हालांकि गंभीर हरभजन की इस बात से भी सहमत नहीं दिखे। गंभीर भारत की तरफ से 147 वनडे और 58 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। गंभीर एक समय भारतीय टीम के नियमित सदस्य थे। लेकिन बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।