मुम्बई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने लोढ़ा समिति के फैसले का अध्ययन करने और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए भविष्य का रौड मैप तैयार करने के मकसद से सोमवार को सौरभ गांगुली, राजीव शुक्ला, अनुराग ठाकुर और अनिरुद्ध चौधरी वाले चार सदस्यीय वर्किं ग ग्रुप का गठन कर दिया।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गांगुली, आईपीएल के चेयरमैन शुक्ला, बीसीसीआई के सचिव ठाकुर और अनिरुद्ध चौधरी वाला यह वर्किं ग ग्रुप छह सप्ताह के अंदर आईपीएल की गवर्निग काउंसिल को अपनी सिफारिशें देगा। चारों सदस्य आईपीएल की गवर्निग काउंसिल के सदस्य हैं।
अनुराग ठाकुर ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "आईपीएल की गवर्निग काउंसिल के लोढ़ा समिति के फैसले को लागू करने के निर्णय के अनुसार, चारों सदस्य मिलकर वर्किं ग ग्रुप का निर्माण करेंगे, जो आईपीएल के आगामी संस्करण और संबंधित मामलों के लिए रोड मैप तैयार करेगी।"
उन्होंने कहा, BCCI के कानूनी सलाहकार यू. एन. बनर्जी इस समिति की मदद करेंगे। समिति छह सप्ताह की समयसीमा के भीतर सभी संबद्ध साझेदारों से संपर्क करने के बाद गवर्निग काउंसिल को अपनी सिफारिशें सौंपेगा।"
राजीव शुक्ला ने कहा कि आईपीएल गवर्निग काउंसिल को सौंपी गई वर्किं ग ग्रुप की रिपोर्ट को बीसीसीआई की वर्किं ग कमिटी को भी भेजा जाएगा, जो इस मामले में अंतिम निर्णय करेगी।
आईपीएल की गवर्निग काउंसिल ने रविवार को आपात बैठक कर लोढ़ा समिति का पालन करने और चार सदस्यीय वर्किं ग ग्रुप गठित करने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा समिति ने IPL स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी मामले में 14 जुलाई को दोषियों सुपर किंग्स के पूर्व टीम अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सहमालिक राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया, जबकि उनकी फ्रेंचाइजियों को दो वर्ष के लिए निलंबित करने की सिफारिश की है।
राजीव शुक्ला ने रविवार को कहा था, "वर्किं ग ग्रुप आईपीएल के साझेदारों, प्रसारकों, प्रायोजकों और राज्य संघों और कानूनी सलाहकारों से बातचीत कर छह सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। सभी सदस्यों की एकराय है कि आईपीएल टूर्नामेंट चलते रहना चाहिए और टूर्नामेंट की गुणवत्ता में सुधार होना चाहिए। इसलिए आईपीएल-9 पिछले संस्करण से भी बेहतर होगा।"
शुक्ला ने हालांकि बैठक के दौरान हुई चर्चा का ब्यौरा देने से इनकार कर दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोपों की जांच के लिए गठित न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल समिति ने मयप्पन और कुंद्रा को सट्टेबाजी का दोषी पाया था।
इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने मयप्पन और कुंद्रा तथा उनकी फ्रेंचाइजियों के खिलाफ सजा तय करने के लिए 22 जनवरी को देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोढ़ा की अध्यक्षता में न्यायमूर्ति अशोक भान (सेवानिवृत्त) और न्यायमूर्ति आर. रवींद्रन (सेवानिवृत्त) वाली समिति गठित की थी।
मयप्पन बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मौजूदा चैयरमैन एन. श्रीनिवासन के दामाद हैं। श्रीनिवासन ने हालांकि खुद को सट्टेबाजी मामले से दूरी बनाते हुए कहा है कि उनका सुपर किंग्स टीम से कोई लेना-देना नहीं है। मयप्पन की अपनी सजा पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सट्टेबाजी के एक अन्य दोषी कुंद्रा भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं और बॉलिवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति हैं। कुंद्रा के पास राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी के 11.74 फीसदी शेयर थे। कुंद्रा अभी भी खुद को निर्दोष और पूरे घटनाक्रम को अपने खिलाफ साजिश बता रहे हैं।